संभागीय स्तरीय आरोग्य मेले का हुआ समापन

संभागीय स्तरीय आरोग्य मेले का हुआ समापन

मेले में बड़ी संख्या में मरीजों ने निःशुल्क दवा एवं उपचार का उठाया लाभ 

अलवर। आयुर्वेद विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय आरोग्य मेले के समापन दिवस पर राज्य किसान आयोग के उपाध्यक्ष दीपचन्द खैरिया, जिला प्रमुख बलबीर सिंह छिल्लर, जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मेले में लगाई गई सभी स्टॉलों का अवलोकन कर मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
राज्य किसान आयोग के उपाध्यक्ष खेरिया ने अलवर में आयोजित हुए चार दिवसीय संभाग स्तरीय आरोग्य मेले को सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि इससे आमजन को आयुष की अनेक पद्धतियों की जानकारी के साथ-साथ निःशुल्क उपचार एवं दवाएं उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि आमजन को आयुष पद्धति से रूबरू कराने व उपचार संबंधी सुविधाएं प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश भर में संभाग स्तरीय आरोग्य मेलों का आयोजन कराया जा रहा है जो निरोगी राजस्थान के सपने को पूरा करने में अहम कड़ी साबित होंगे।
जिला प्रमुख बलबीर सिंह छिल्लर ने आरोग्य मेले का लाभ उठाने वाले नागरिकों से आह्वान किया कि आयुष पद्धति के बारे में अपने आसपास के लोगों को जागरूक कर सरकार की इस पुनित मुहिम की सहभागी बने। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आयुर्वेद पद्धति बेहद कारगर साबित हुई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विभाग द्वारा वेलनेस सेंटरों में योग का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। आमजन इसका भी लाभ उठा सकते हैं।
जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने मेले के सफल समापन के आयोजन की बधाई देते हुए कहा कि श्रेष्ठ जीवन के लिए उत्तम स्वास्थ्य का होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की समस्त विधाएं लाभकारी व निरापद चिकित्सा पद्धति है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद हजारों वर्षों से चली आ रही ऐसी पद्धति है जिस पर आमजन का विश्वास बना हुआ है तथा आयुर्वेद में असाध्य समझने जाने वाले रोगों का इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि इस चार दिवसीय संभागीय स्तरीय आरोग्य मेले में आमजन को विभिन्न पद्धतियों के बारे में जानकारी चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की गई है जो उनके स्वस्थ जीवन में बेहद सार्थक साबित होगी। उन्होंने स्टॉलों के निरीक्षण के दौरान सभी चिकित्सा अधिकारियों, नर्सेज व कम्पाउडरों को प्रोत्साहित करते हुए अपने शोध कार्य के डाटा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित करने हेतु प्रेरित किया।
व्याख्यान बेला में अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग जयपुर संभाग के सहायक निदेशक डॉ. दिनेश चन्द शर्मा, सहायक आचार्य राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय उदयपुर से आए डॉ. शिवकांत शर्मा ने आयुर्वेद पद्धति के विषय में एवं डॉ. विपिन चन्द दिवेदी ने ज्योविष व आयुर्वेद के विषय में जानकारी प्रदान कर इनका आपसी संबंध व वर्तमान में इनकी उपयोगिता के विषय में जानकारी दी।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी झुंझुनूं से आए मदन लाल सैनी ने प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में आयुर्वेद से संबंधित सभी प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की।
आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक डॉ. राजेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि जयपुर संभाग के सभी जिलों के 164 चिकित्सा अधिकारियों एवं 170 नर्स / कम्पाउडरों तथा इन चार दिवसों में जयपुर संभाग के 678 आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों व 655 नर्स / कम्पाउडरों ने भाग लिया। मेले में लगभग 26 हजार व्यक्ति लाभांवित हुए। एनआईए जयपुर के चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा 525 व्यक्यिों को लाभांवित किया गया।
इस दौरान किशनगढ़बास प्रधान बद्री प्रसाद सुमन, निक्की प्रजापत, अतिरिक्त निदेशक जितेन्द्र कोठारी सहित चिकित्सा अधिकारी, कम्पाउडर, नर्स एवं बडी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।