केश कला बोर्ड के अध्यक्ष का सेन समाज ने श्रीमाधोपुर में किया स्वागत।
श्रीमाधोपुर। कस्बा में सैन समाज के सामाजिक कार्यक्रम में केश कला बोर्ड अध्यक्ष व राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त महेंद्र गहलोत कचियागढ. स्थिति सेन समाज मैं पहुंचे। इस दौरान केश कला बोर्ड के अध्यक्ष गहलोत का सेन समाज के लोगों ने गर्मजोशी के साथ भव्य स्वागत एवं सत्कार किया। समाज के द्वारा किए गए सम्मान को पाकर बोर्ड अध्यक्ष गहलोत अभिभूत हुए और उन्होंने कहा कि समाज में जिस प्रकार से उनका तहे दिल से भढ़चढ़ कर सम्मान किया है,उसका सदैव ऋणी रहेंगे। बोर्ड अध्यक्ष गहलोत का समाज के लोगों ने माला एवं साफा पहनाकर भव्य स्वागत सत्कार किया। सामाजिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बोर्ड अध्यक्ष गहलोत ने कहा कि जिस पद पर आज विराजमान है वह समाज तथा पार्टी के लिए जीरो से शुरू होकर काफी हद तक जाकर उन्होंने लड़ाइयां लड़ी है जिसकी बदौलत आज गहलोत सरकार में उनका मान सम्मान बढ़ा और उन्हें यह पद मिला है। साथ ही में उन्होंने समाज के उत्थान को लेकर उपस्थित समाज के लोगों से उन्होंने शिक्षा राजनीति तथा अन्य गतिविधियों में आगे आने की बात कही। साथ ही उन्होंने शिक्षा पर प्रबल जोर देते हुए कहा कि समाज को इस क्षेत्र में और अधिक लोगों को बच्चों को जागरूक कर आगे लाएं और समाज में एकजुट होकर एक अनोखी मिसाल कायम करते हुए आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि समाज में यदि किसी भी व्यक्ति के साथ कहीं पर भी कोई अत्याचार हो या किसी प्रशासनिक दफ्तर में कोई कार्य नहीं हो तो वे बेझिझक मुझे बताएं। जिससे उसका समय पर पूरा कार्य हो सकेगा। वहीं सामाजिक कार्यक्रम के दौरान गहलोत ने भाजपा पर भी तंज कसते हुए कहा कि भाजपा केवल बड़े धनाढ्य सेठों की पार्टी है जबकि कांग्रेस आम गरीब की पार्टी है, कांग्रेस पार्टी में हर नीचे से नीचे कार्यकर्ता का सम्मान होता है और उसे पार्टी में पद मिलता है जिसका एक उदाहरण उन्होंने स्वयं का बताया। वहीं सैन समाज के लोगों ने समाज की विभिन्न मांगों को लेकर भी गहलोत के समक्ष ज्ञापन देकर मांगे रखी,जिस पर उन्होंने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी मांगों पर विचार कर उन्हें पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम में सेन समाज के रुडमल वर्मा, मालीराम बिलखिवाल , केदार चांडिल, राजू चांडिल, अशोकतूनवाल, ओमप्रकाश तुनवाल, गोपाल सेन, नंदलाल, केदार झांकड़ा ,जगमाल जयरामपुरा,नगर सैन बस्सी, राजेंद्र चांगील,ओमप्रकाश, राजाराम मऊ , लक्ष्मण कालोया, सुखदेव बस्सी, सुरेश जयरामपुरा आदि लोग उपस्थित थे।