घर से लेकर थानों तक महिलाएं सुरक्षित नहीं है -पूजा कपिल

घर से लेकर थानों तक महिलाएं सुरक्षित नहीं है -पूजा कपिल


- आज प्रदेशभर की महिलाएं जयपुर में करेंगी सरकार के विरोध में थाली-ताली नाद
अलवर। राजस्थान प्रदेश महिला उत्पीडन के मामले में नंबर वन बना हुआ है। तीन साल से राजस्थान के आंकड़े शर्मसार करने वाले हैं। भले ही कांग्रेस सरकार इनको झूठा बताए लेकिन अलवर की घटनाओं को याद करते हैं तो सरकार का असली चेहरा सामने आ जाता है। इसके चलते 5 जुलाई को जयुपर में प्रदेश भर की महिलाएं सरकार के विरोध में थाली-ताली नाद करेंगी। यह बात मंगलवार को अलवर भाजपा कार्यालय पर भाजपा महिला मोर्चे की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल ने पत्रकारवार्ता में कही।
उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जमकर घेरा ओर महिलाओं पर अत्याचार रोकने के लिए नाकामी सरकार बताया। उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल में महिलाओं पर अत्याचार चरम पर पहुंच गए। घर से लेकर थानों तक महिलाएं सुरक्षित नहीं है। महिला अपराध की श्रेणी में अलवर की बात करें तो थानागाजी में हुआ सामूहिक बलात्कार अलवर शहर में मूक-बधिर बालिका की हत्या सहित ऐसे अनेक मामले हैं जो अलवर सहित राजस्थान प्रदेश को शर्मसार करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अलवर में मूक बधिर नााबलिग से रेप हुआ जिसे सरकार ने उसे दबाया। खेडली में थाने में रैप की घटना सामने आई। बीकानेर में शर्मसार करने वाली घटना हुई है। ऐसी न जाने कितनी वारदात आए दिन सामने आती रही हैं। यह कांग्रेस सरकार की विफलता है। नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान में तीन साल में अपराध काफी अधिक बढ़ गया है।
पूजा कपिल ने कहा कि नारी के सम्मान में भाजपा की महिला विंग मेदान में उतरेगी। सरकार को जयपुर में घेरने का काम किया जाएगा ताकि सोई हुई सरकार को जगा सके ओर उसे असलियत पता चल सके। वैसे प्रदेश की जनता सब जान रही है। जिसका जवाब आगे आने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार को मिलेगा। इस अवसर पर भाजपा के नेताओं ने पोस्टर का भी विमोचन भी किया। जिसमें बताया गया कि प्रदेश में महिला अपराध चरम पर पहुंच गया है। देश में राजस्थान महिला अपराध में नंबर वन है।

उधर, अलवर शहर में एक युवती से छेेड़छाड़ करने के मामले में बीजेपी के जिलाध्यक्ष अशोक गुप्ता ने सफाई देते हुए कहा कि दोनों पक्ष के लोग उनके पास आए थे। उनकी किसी ने मदद करने की कोशिश नहीं की, न कोई समझौता कराने के प्रयास किए, केवल इतना जरूर कहा था कि किसी ने गलती की है तो कानून के अुनसार कार्यवाही होगी। उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है।