जयपुर में जीका वायरस की पुष्टि, मच्छर जनित बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क
जयपुर। बजाज नगर में एक 66 वर्षीय व्यक्ति की दुर्लभ बीमारी एचएलएच, उच्च रक्तचाप और हेपेटाइटिस के कारण मृत्यु हो गई। जांच के दौरान इस मरीज में संयोगवश जीका वायरस की भी पुष्टि हुई। इस मामले को गंभीर मानते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जीका वायरस और मच्छर जनित बीमारियों के रोकथाम के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि जयपुर में सीएमएचओ को घर-घर सर्वेक्षण, ओपीडी में संदिग्ध मामलों की निगरानी, और मच्छर रोधी गतिविधियों जैसे फोगिंग व फोकल स्प्रे अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, संभावित संपर्कों का परीक्षण भी किया जाएगा।
नमूनों की जांच और पुष्टि
मरीज के सैंपल को एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजा गया, जहां जीका वायरस की पुष्टि हुई। हालांकि, मरीज में जीका के लक्षण नहीं पाए गए। विस्तृत जांच के लिए नमूना एनआईवी पुणे भेजा गया है।
जागरूकता अभियान की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए नागरिकों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील की है। विभाग ने मच्छर पनपने वाले स्थानों की सफाई और जलजमाव रोकने पर विशेष जोर दिया है।
यह घटना जयपुर में मच्छर जनित बीमारियों के खिलाफ सतर्कता बढ़ाने और उनके प्रभावी नियंत्रण की आवश्यकता को रेखांकित करती है।