मत्स्य उत्सव के समापन पर सांस्कृतिक और प्रदर्शनी कार्यक्रमों का आयोजन 

मत्स्य उत्सव के समापन पर सांस्कृतिक और प्रदर्शनी कार्यक्रमों का आयोजन 

अलवर। तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव का समापन विभिन्न सांस्कृतिक और प्रदर्शनी कार्यक्रमों के साथ हुआ। जिला कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला ने बताया कि इस उत्सव में जिलेवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने नागरिकों की सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया।  

फ्लोरल शो और राजीविका स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र  
कंपनी बाग में आयोजित फ्लोरल शो में विभिन्न प्रजातियों के पौधों और फूलों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अवलोकन जिला कलेक्टर ने किया। वन मंडल द्वारा हर्बल गुलाल और उपकरणों की प्रदर्शनी, नगर निगम और स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्तनिर्मित वस्तुओं के स्टॉल लगाए गए। जिला कलेक्टर ने महिला समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग और बाजार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।  

मिट्टी की कलाकृतियों और लोक कला की प्रस्तुति 
मिट्टी से बनी कलाकृतियों को जनता और अधिकारियों ने खूब सराहा। वहीं, निवाई टोंक के अलबेली लोक कला मंडल ने कच्छी घोड़ी नृत्य प्रस्तुत किया और स्थानीय भपंग वादकों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम स्थल पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया, जहां स्कूली विद्यार्थियों और जनता ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।  

साइकिल रैली और फोटो प्रदर्शनी का आयोजन 
समापन दिवस पर सुबह कंपनी गार्डन से नगर वन तक साइकिल रैली निकाली गई, जिसे एडीएम प्रथम मुकेश कायथवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में युवाओं और अधिकारियों ने भाग लिया और स्वस्थ जीवनशैली का संदेश दिया।  

अशोक सर्किल पर आयोजित फोटो प्रदर्शनी में अलवर जिले के ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों के छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन उपखंड अधिकारी प्रतीक चंद्रशेखर जुईकर और प्रशिक्षु आईएएस सोनू कुमारी ने किया।  

इस अवसर पर एडीएम बीना महावर, नगर निगम आयुक्त जितेंद्र सिंह नरूका, एसडीएम जुईकर चंद्रशेखर, पर्यटन विभाग की टीना यादव सहित अन्य अधिकारी, स्कूली विद्यार्थी और आमजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।