गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त करने की मांग को लेकर निकाली रैली

सुजानगढ़ (नि.सं.)। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, राजस्थान शिक्षक संघ सीयाराम के सैंकड़ों शिक्षकों ने शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किए जाने की मांग को लेकर गुरूदेव गोदारा के नेतृत्व में गणेश मंदिर से लेकर उपखंड कार्यालय तक रैली निकाली। रैली निकालने के बाद सभी नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय में पहुंचे, जहां पर ज्ञापन लेने के लिए उपखंड अधिकारी नहीं मिले। बाद में पता चला कि पंचायत समिति सभागार में वीसी चल रही है, उसमें उपखंड अधिकारी भाग लेने के लिए गए हैं। इस दौरान सभी शिक्षक उपखंड कार्यालय पर ही धरना देकर बैठ गए। जहां शिक्षक नेता गुरूदेव गोदारा, अशोक अत्रि, एडवोकेट रामकुमार मेघवाल, कॉमरेड रामनारायण रूलाणिया सहित अनेक वक्ताओं ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिक्षकों से केवल शिक्षण का कार्य करवाना चाहिए। कुछ देर बाद जब उपखंड अधिकारी रमेश कुमार पहुंचे, तो सभी शिक्षक नारेबाजी करते हुए ज्ञापन देने के लिए पहुुंचे, जहां पर सभी ने इस बात को लेकार आक्रोश जाहिर किया कि जिन बीएलओ ने मीटिंग में अथवा प्रशिक्षण में भाग नहीं लिया, उनको नोटिस देकर दबाव बनाया जा रहा है, जो गलत है। जिस पर उपखंड अधिकारी ने कहा कि नोटिस सबको व्यक्तिगत दिया गया है, तो व्यक्तिगत जवाब दाखिल कीजिए। वहीं शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 27 को लेकर भी काफी देर तक जिद बहस हुई। आखिरकार उपखंड अधिकारी ने कहा कि अगर आप बताईए 266 बूथों पर निर्वाचन कार्य कैसे सम्पन्न करवाया जावे, कोई कर्मचारी लगाने की स्कीम है क्या आपके पास? जिस पर शिक्षकों की ओर से बीएलओ का काम करने से मना कर दिया गया। इस पर उपखंड अधिकारी ने ज्ञापन लिया और कहा कि यह प्रदेश सरकार के स्तर की समस्या है, इसमें जो भी निर्देश आगे से मिलेंगे, वो आपको अवगत करवाया दिया जायेगा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के अध्यक्ष अब्दुल सतार पड़िहार, मंत्री रंजन अत्रि, शिक्षक संघ शेखावत के शिवपालसिंह राजियासर, गुरूदेव गोदारा, शिक्षक संघ सीयाराम के पूसाराम स्वामी, दाउलाल त्रिवेदी, रामेश्वरलाल खिचड़, बीदासर से कमल कुमार मीणा, भंवरलाल पांडर, इमरान अली, मनेाहरसिंह, मनोज शर्मा, कमल जाखड़ आदि शिक्षक मौजूद रहे। ज्ञात रहे कि चुनावी प्रशिक्षण में उपस्थित नहीं होने पर जिला कलक्टर की ओर से 116 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस दिया गया था, जिसके विरोध स्वरूप आज रैली आयोजित हुई थी।