बांग्लादेश: चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर बवाल, शेख हसीना ने की रिहाई की मांग
ढाका। बांग्लादेश में इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर विवाद गहराता जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गुरुवार को उनकी रिहाई की मांग करते हुए सरकार पर धार्मिक समुदायों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया। चिन्मय कृष्ण दास को 30 अक्तूबर को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
शेख हसीना ने बयान जारी कर कहा कि धार्मिक नेता की गिरफ्तारी अनुचित है और उनकी तुरंत रिहाई होनी चाहिए। उन्होंने चटगांव में मंदिर जलाने और अन्य धार्मिक स्थलों पर हमलों का जिक्र करते हुए सभी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
अल्पसंख्यकों पर बढ़े हमले
हसीना की सरकार के हटने के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है। मौजूदा कार्यवाहक सरकार के दौरान हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदाय के खिलाफ हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है।
हिंदू समुदाय की मांगें
सनातन जागरण मंच के नेतृत्व में अल्पसंख्यक समुदाय ने सुरक्षा, मुआवजा, पुनर्वास, और विशेष कानूनों की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। दुर्गा पूजा पर छुट्टी, पाली-संस्कृत शिक्षा का आधुनिकीकरण, और अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय बनाने की मांगें भी प्रमुख हैं।