जिला विधिक प्राधिकरण सचिव ने किया निरीक्षण, सुधार के निर्देश दिए
अलवर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) मोहन लाल सोनी ने सोमवार को राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह, अलवर और सखी वन स्टॉप सेंटर, अलवर का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) हरेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार किया गया।
राजकीय संप्रेषण गृह में निरीक्षण:
निरीक्षण के दौरान संप्रेषण गृह में कुल 36 बाल अपचारियों में से 35 उपस्थित पाए गए, जबकि 1 बाल अपचारी मानसिक स्वास्थ्य जांच के लिए जयपुर गया हुआ था। गृह अधीक्षक ने बताया कि भरतपुर से 18 नए बाल अपचारियों को अलवर स्थानांतरित किया जाना है। सोनी ने बाल अपचारियों के प्रकरणों की जानकारी ली, जिनमें से 3 मामलों में पैरवी नहीं होने की पुष्टि हुई। मौके पर ही न्याय मित्रों को इन प्रकरणों में पैरवी के निर्देश दिए गए।
निरीक्षण के दौरान ठंड को देखते हुए तकिए और गद्दों के कवर की कमी को लेकर तुरंत व्यवस्था करने और शौचालयों की नियमित साफ-सफाई के निर्देश दिए गए।
सखी वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण:
सखी वन स्टॉप सेंटर के निरीक्षण में पाया गया कि पिछले एक महीने में कुल 11 महिलाओं को सहायता प्रदान की गई, जिनमें 9 को रात्रि आश्रय और सभी को विधिक सहायता और परामर्श दिया गया। सेंटर की साफ-सफाई और व्यवस्थाएं सामान्य पाई गईं।
जागरूकता और निर्देश:
निरीक्षण के दौरान बाल अपचारियों को नालसा की योजनाओं और नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया। सचिव सोनी ने अधिकारियों को सेंटर और संप्रेषण गृह की व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए।