राजस्थान में पर्यटन को नई उड़ान: "महाराणा प्रताप सर्किट" और "ब्रज चौरासी यात्रा" पर चर्चा

जयपुर, 2 दिसंबर।
पर्यटन विभाग ने सोमवार को "महाराणा प्रताप ट्यूरिस्ट सर्किट" और "ब्रज चौरासी यात्रा" के संरक्षण और विकास पर एक विशेष प्रस्तुतीकरण आयोजित किया। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत और पर्यटन सचिव रवि जैन मौजूद रहे।
इस दौरान कंसल्टेंट्स और आर्किटेक्ट्स ने "कॉन्सेप्ट प्लान और प्रारंभिक रिपोर्ट" पेश की, जिसमें परियोजनाओं के विकास और पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा:
दिया कुमारी ने बताया कि केंद्र सरकार की सहायता से 145 करोड़ रुपये की योजनाएं मंजूर हुई हैं। इनमें आमेर और नाहरगढ़ किलों के विकास के लिए 49.31 करोड़ और जल महल क्षेत्र के लिए 96.61 करोड़ रुपये की योजनाएं शामिल हैं। जयपुर की चारदीवारी क्षेत्र के लिए 100 करोड़ रुपये की परियोजना पर भी कार्य प्रगति पर है।
राजस्थान को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की योजना:
दिया कुमारी ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन योजनाओं से राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों को वैश्विक स्तर का बनाया जाएगा। जयपुर, जो देश-विदेश से पर्यटकों को आकर्षित करता है, में पर्यावरण-अनुकूल और आधुनिक पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
ये परियोजनाएं राजस्थान के धरोहर स्थलों को संरक्षित करने और पर्यटन क्षेत्र में नए आयाम जोड़ने की दिशा में अहम कदम हैं।