ले आउट प्लान में शामिल भूमि को पुन सर्वे कर अलग कर दिया 

ले आउट प्लान में शामिल भूमि को पुन सर्वे कर अलग कर दिया 


- पीड़ितों ने कई दफा लगाई न्याय की गुहार, मगर सब बेकार 
जयपुर टाइम्स 
चूरू(निस)। राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 36 चूरू से नोहर वाया गाजसर के निर्माण में भारी अनियमितता सामने आई है।जानकारी के अनुसार गोपाल राम पुत्र खींवाराम और विकास पुत्र भागीरथ जाट निवासी गाजसर की कृषि भूमि इस रोड़ के ले आउट प्लान में शामिल थी। मनमाने तरीके से पुनः सर्वे करके उनकी भूमि को सड़क से अलग कर दिया है। निरीक्षणकर्ता ने जानबूझकर रोही गाजसर को रोड से अलग दिखाकर उनके साथ घोर अन्याय किया है। इतना ही नहीं एक किसान को लाभ पहुंचाने के लिए संबंधितों ने हाईवे के नियमों की धज्जियां उड़ा दी है। प्लान के अनुसार पुरानी सड़क के स्थान पर ही पुनः सड़क का निर्माण होना था और दोनों तरफ 50 फुट जगह छोड़नी थी। यहां सांसद पर गाजसर के इन किसानों के साथ अन्याय करने का खुला आरोप लगाया जा रहा है। पीड़ितों ने बताया कि इस संबंध में चूरू एसडीएम को 9 बार ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगा ली फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। चूरू कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया मगर अब तक कोई न्याय नहीं मिला है। इंजीनियर किसानों से लाखों रुपए वसूल कर रहा है। बिना रिश्वत के किसानों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। उच्च स्तरीय जांच होने पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है। कई अधिकारी और कर्मचारी के वारे न्यारे कर चुके हैं।  लोगों का कहना है कि यहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ और चूरू विधायक हरलाल सहारण की कोई सुनवाई ही नहीं कर रहा है। प्रशासन सांसद के इशारे पर खुलेआम उल्टे काम कर रहा है। भाजपा के राज में कांग्रेस वाले मजे कर रहे हैं और खुद भाजपा कार्यकर्ता न्याय के लिए ठोकरें खाते घूम रहे हैं।