महाराणा प्रताप जैसा शूरवीर पुरोधा, भागवत गीता की शिक्षा की ही देन है- डॉ. गुप्ता - महाराणा प्रताप की 483वी जयंती धूमधाम से मनाई गई
अलवर। महाराणा प्रताप स्मृति एवं शोध संस्थान के तत्वावधान मे सोमवार को शिवाजी पार्क स्थित सामुदायिक भवन मे महाराणा प्रताप की प्रतिमा को माल्यार्पण कर महाराणा प्रताप की 483वी जयंती धूमधाम से मनाई गई।
कार्यक्रम के शुभारंभ में मुख्य अतिथि, एवं मुख्य वक्ता डॉ. पंकज गुप्ता एवं वरिष्ठ, पार्षद एवं संस्था के संरक्षक रामजी लाल शर्मा के द्वारा माल्यार्पण कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। उसके बाद समिति के सभी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों तथा आमजन ने माल्यार्पण कर एवं महाराणा प्रताप को याद किया। वही 'महाराणा प्रताप अमर रहे, जय शिवा सरदार की जय राणा प्रताप की' नारे लगाकर क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए ब्रजभूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि कालांतर में वामपंथियों एवं इतिहासकारों के द्वारा हमारे गौरवमई इतिहास को अधूरे पन में दिखाया गया है। हल्दीघाटी में वास्तव में महाराणा प्रताप की विजय हुई थी और हल्दीघाटी के युद्ध के कुछ वर्षों बाद हुआ दिवेर के युद्ध में मेवाड़ के कुछ हिस्से को छोड़कर संपूर्ण मेवाड़ पर महाराणा का आधिपत्य हो गया था। महाराणा प्रताप को उनकी माता जयवंती बाई भागवत गीता पढ़ाया करती थी और भागवत गीता ने ही महाराणा प्रताप जैसे किरदार को गढ़ा था, एक शूरवीर पुरोधा को जन्म दिया था। इसलिए हम सब को भी अपने युवाओं और समाज को भागवत गीता से प्रेरणा लेनी चाहिए। भागवत गीता बताती है कि राष्ट्र की अवधारणा, राष्ट्र की सुरक्षा और सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। हमें सोच विचार करना चाहिए और अपने जीवन में राष्ट्र का चिंतन करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के अध्यक्ष डॉ. अशोक पाठक एवं पार्षद दुर्गा सिंह ने सभी आगंतुकों का आभार एवं अभिनंदन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन सतीश शर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम मे डॉ. अशोक पाठक, महामंत्री सतीश शर्मा, मंत्री गोविंद सैनी, संजय गुप्ता, ओमप्रकाश, उपाध्यक्ष मोहन शर्मा, अशोक अवस्थी, और संरक्षक रामजी लाल शर्मा पूर्व पार्षद, गीता परिवार के जिलाध्यक्ष अश्वनी जावली, चंद्रशेखर अवस्थी, पार्षद दुर्गा सिंह, किशनलाल, पार्षद धारा सिंह, मनोज आहूजा, हरीश शर्मा, खेम सिंह, एसके राणा, रवि शर्मा, हरि राम शर्मा, ओम प्रकाश सेन, विमल जैन, नारायण लाल, मुकेश धोबी, वाहिद खान, आशीष कुमार, राहुल गुप्ता, सागर चांवरिया, यशवंत गुप्ता, सुरेंद्र कुमार सोनी, एसके ज्वेलर, मनोज विजय, हरिराम शर्मा, मोहन कुमार शर्मा, विजय सिंह चौहान बाबोसा आदि सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थित थे।