कांवट में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दुसरे दिन भी जारी
सैकड़ों दुकाने मकान बहुमंजिला काॅम्पलैक्स खण्डहर में तब्दील
प्रशासन ने की चूक, 165 साल पूराने शनि भगवान के मंदिर को अतिक्रमी बताकर तोड़ा, लोगों में आक्रोश
सरकारी स्कूल के खेल मैदान की दिवार को तोड़ा
बिना नोटिस के भी प्रशासन ने लोगों के दुकान मकान तोड़ डाले
दर्शकों ने बदहाल कांवट को भानगढ का नाम दिया
पीएनबी व केन्द्रीय सहकारी बैंक को दूसरी जगह किया स्फिट
कांवट में अतिक्रमण पर हाईकोर्ट की पीआईएल याचिका पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दूसरे दिन तीनों मुख्य सड़क मार्गों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रख सैकड़ों दुकानों मकानों को तोड़ डाला। भारी भरकम पुलिस जाप्ता के बीच व्यवस्था बनाकर यातायात व्यवस्था को बदलते हुए यात्रियों का परिवेश बस स्टैंड से वर्जित रखा। दो दिनों से लगातार बिजली की कटोती जारी रख पानी सप्लाई ठप्प रहा। जिससे लोगों में बिजली विभाग, जलदाय विभाग के खिलाफ आक्रोश बना रहा।
अतिक्रमण हटाने के दोरान कई दूकान मालिकों से एसडीएम खंडेला, तहसीलदार रींगस सुमन चौधरी व पुलिस प्रशासन के बीच टकराव की नोबत आई जिस पर पुलिस प्रशासन ने हलका बल प्रयोग कर लोगों को डराया भगाया। एक बार पुलिस व जनता के बीच टकराव की स्थिति बनी रही। एसडीएम खंडेला बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शनिवार को भी जारी रहेगी।
कांवट टूट रहा था जनता बिजली पानी के लिए त्राही त्राही कर रही थी
अतिक्रमण हटाने के दोरान प्रशासन ने बिजली पानी की कोई व्यवस्था नहीं की। भरी गर्मी में जनता पशु पक्षी पानी के लिए दर दर भटकते रहे। ब्रमानंद सामोता ने बताया कि अव्यवस्थाओं के लिए प्रशासन जिम्मेदार है जिसने जनता को परेशानी में डाल कर अपने हाल पर छोड़ दिया।