पत्रकार पर हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने एवं पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करवाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

पत्रकार पर हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने एवं पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करवाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन


सवाई माधोपुर। जिला मुख्यालय पर रविवार को सरेराह निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा एक पत्रकार पर प्राणघातक हमला कर घायल करने के मामले को लेकर सोमवार को जिले के पत्रकारों द्वारा जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई, साथ ही पत्रकारों द्वारा पत्रकार कानून सुरक्षा कानून लागू करने की मांग भी रखी गई। ज्ञापन में  मारपीट के शिकार फर्स्ट इंडिया न्यूज़ के पत्रकार लोकेश टटवाल ने बताया कि मुख्यालय पर कुछ दिनों से मेडिकल कॉलेज निर्माण का कार्य चल रहा है। कालेज निर्माण में उपयोग में ली जा रही घटिया सामग्री का उनके द्वारा विरोध किया जा रहा था, साथ ही निर्माण कार्य में नियमों की अवहेलना का भी आरोप लगाया जा रहा था। इसी को लेकर संबंधित कंपनी के कर्मचारियों से उनका विवाद चल रहा था। पूर्व में बीती 5 जनवरी को भी इस मामले को लेकर उनका संबंधित कर्मचारियों से विवाद हो गया था, जिसमें आरोपियों द्वारा उनके साथ धक्का मुक्की की गई एवं उन्हें उक्त मामले को नहीं उठाने के लिए धमकाया भी गया। ये कर्मचारी उनसे सांठ गांठ कर मामले को सुलटाना चाह रहे थे लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया और इसके खिलाफ बेबाकी से आवाज उठाने के लिए कहा।  इससे बौखलाए ठेकेदार के कर्मचारी सुरेश बेनीवाल एवं उसके साथियों ने अकेला पाकर उन पर उस समय हमला कर दिया, जब वे अपनी 12 वर्षीय बेटी के साथ बाजार जाकर वापिस लौट रहे थे। हमलावर लगातार उनसे मारपीट करते रहे, वहीं उनकी बेटी स्कूटी पर रोती बिलखती रही। हमले में पत्रकार के सिर में चोटें आई हैं, जिसके बाद उन्हें सामान्य चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। वहीं दूसरी ओर पत्रकार लोकेश टटवाल ने मानटाउन थाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना देने पर भी मानटाउन थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और जब वे थाने में रिपोर्ट करवाने पहुंचे तो थानाधिकारी द्वारा छोटी मोटी चोट बताकर उनसे सही बर्ताव नहीं किया। वहीं मारपीट करने वाले आरोपियों को थाने में बैठाकर उनके खिलाफ रिपोर्ट ले ली गई। इससे साफ जाहिर होता है कि संबंधित थाना अधिकारी भी आरोपी पर कार्यवाही करने के बजाय संरक्षण देता नजर आ रहा है। ऐसे में जिले के पत्रकार तत्काल आरोपी को संरक्षण देने वाले मानटाउन थाना अधिकारी को बर्खास्त करने एवं आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग करते हैं। इस घटना से जिले के पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त है। पत्रकारों ने कलेक्टर से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जब देश का चौथा स्तंभ माने जाने वाला पत्रकार ही सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिकों की सुरक्षा की आशा कैसे की जा सकती है। उन्होंने ऐसी घटनाओं की भविष्य में पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए आरोपी के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मारपीट के आरोपी को सलाखों के पीछे भेजने की मांग की, साथ ही राज्य  सरकार से पूर्व में लंबित चल रही पत्रकार सुरक्षा कानून को तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग भी रखी गई, जिससे कि पत्रकारों पर हमला करने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा ज्ञापन पर शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो जिले के पत्रकारों को आंदोलनात्मक रूख अपनाने पर मजबूर होना पड़ेगा। पत्रकारों ने घटना से संबंधित मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्यों में काम में ली जा रही सामग्री की जांच की भी मांग की।