सेंट विल्फ्रेड गर्ल्स कॉलेज में नेशनल सेमिनार आयोजित

सेंट विल्फ्रेड गर्ल्स कॉलेज में नेशनल सेमिनार आयोजित


शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए संगोष्ठी जरूरी है- डॉ. बड़ाया
जयपुर, 16 फरवरी, मानसरोवर स्थित सेण्ट विल्फ्रेड कॉलेज फॉर गर्ल्स में को ‘बायोडाइवर्सिटी इन ह्यूमैन हेल्थ एंड एन्वाइरमेंट’(Biodiversity in Human Health & Environment) विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि जन्तु विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सीमा श्रीवास्तव, वनस्पति शास्त्र के प्रो. रामावतार शर्मा, जन्तु विज्ञान के प्रो. पी.सी. माली और संस्था के मानद् सचिव डॉ. केशव बड़ाया एवं महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मनीषा तिवारी द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। संगोष्ठी में राजस्थान विश्वविद्यालय के जन्तु विज्ञान में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विनोद कुमारी, एम.डी.यूनिवर्सिटी रोहतक से  प्रो. विनीता शुक्ला, रूहेलखण्ड विश्विद्यालय बरेली से प्रो. गोपाल दीक्षित, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से  प्रो. सीमा भदौरिया ने विषय संदर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किये। राष्ट्रीय संगोष्ठी में परिष्कार कॉलेज, स्टेनी मेमोरियल, बियानी कॉलेज, अमेठी यूनिवर्सिटी, राजपूताना कॉलेज, कोटपूतली व शहर के अनेक राजकीय एवं निजी  महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं ने भी पोस्टर एवं पीपीटी  प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अपने विचारो को प्रस्तुत किया। डॉ. देवेंद्र भारद्वाज, जैव विविधता बोर्ड, राजस्थान जयपुर एवं डॉ. विनोद भारद्वाज, कॉलेज एजुकेशन, राजस्थान सरकार ने अपने वक्तव्य में विषय की उपयोगिता एवं महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत किये। संगोष्ठी में तीन तकनीकी सत्र आयोजित किये गये। संगोष्ठी के संयोजक एवं कॉलेज के मानद सचिव डॉ. केशव बडाया ने सभी सम्मानीय अतिथियों को शॉल, साफा  एवं प्रतीक चिन्ह  प्रदान कर सम्मानित किया। अपने संबोधन में उन्होने कहा कि इस तरीके की संगोष्ठी शैक्षणिक क्षेत्र के विकास और उसकी गुणवत्ता को बनाये रखने में सहायक है। संगोष्ठी की संयोजिका एवं महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मनीषा तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस तरह की संगोष्ठी प्रत्येक विभागीय क्षेत्र में होनी चाहिए।