मल्टीसेक्टोरोल इंगेजमेंट कार्यशाला का आयोजन

अलवर। एनटीईपी कार्यक्रम के अंतर्गत मल्टीसेक्टोरोल इंगेजमेंट कार्यशाला का आयोजन शहर के राजीव गाँधी स्थित आईएमए हॉल में किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य एनटीईपी का विस्तार एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त अन्य विभागों, उधोग व स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित कर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम का समाज के सभी वर्गों तक इसकी पहुँच सुनिशिचित करना, सीएसआर फंड एवं अन्य संस्थाओ से आर्थिक व अन्य सहायता प्राप्त करना, टीबी रोग के प्रति जन जागरूकता फैलाना एवं समुदाय का व्यवहार परिवर्तन करना आदि है। उक्त कार्यशाला का आयोजन एडीएम सिटी नवीन यादव की अध्यक्षता में किया गया। साथ ही जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ कपिल भारद्वाज द्वारा सभी विभागों के अधिकारियों को टीबी रोग, टीबी फ्री वर्कप्लेस पालिसी, मल्टीसेक्टोरोल इंगेजमेंट की आवश्यकता एवं सभी विभागों से एनटीईपी कार्यक्रम में अपेक्षित सहयोग आदि के बारे में संवेदीकरण किया गया। इसके अलावा निक्षय सम्बल योजना के बारे में भी जानकारी दी गयी जिसके अंतर्गत सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से ज्यादा से ज्यादा निक्षय मित्र के तौर पर योजना से जुड़ने को आग्रह किया गया जिससे अधिक से अधिक टीबी मरीजो को पोषण सहयता प्रदान की जा सके। यूआईटी सचिव जितेन्द्र सिंह नरूका ने बताया कि टीबी फ्री वर्कप्लेस पालिसी को सभी विभागों में लागू की जाएगी जिससे टीबी रोग जैसे सामाजिक कलंक को दूर किया जा सके। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ श्रीराम शर्मा ने बताया कि टीबी उन्मूलन में सभी विभागों की सहभागिता का होना बहुत जरूरी है जिससे टीबी उन्मूलन की दिशा में अर्जित सभी लक्ष्यों को वर्ष 2025 तक प्राप्त कर टीबी मुक्त अलवर अभियान को को सफल बनाया जा सके । इस अवसर पर प्रशिक्षु आईपीएस सुशील विश्नोई, डिप्टी सीएमएचओ डॉ महेश बैरवा, आईएमए अध्यक्ष डॉ विजयपाल यादव, डीपीसी डॉ शैलेन्द्र, जिला पीपीएम समन्वयक लव शर्मा, जिला आईईसी समन्वयक डूंगराम भोवाल, डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डॉ रक्षा गुप्ता एवं सेंट जॉन एम्बुलेंस इंडिया क्लब के चेयरमैन गिरीश गुप्ता आदि भी मौजूद रहे।