पहलवान खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष- डॉ. कृष्णा पूनिया
पैदल मार्च निकालकर खिलाड़ियों के पक्ष में जुटाया जनसमर्थन
जयपुर। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष सांसद ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला यौन उत्पीड़न मामले को जंतर - मंतर पर खोले गए मोर्च के पक्ष में गुरूवार को ओलम्पियन पदमश्री डॉक्टर कृष्णा पूनिया के नेतृत्व में खिलाड़ियों की ओर से पैदल मार्च निकालकर जनसमर्थन जुटाया गया।
पैदल मार्च राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार से शुरू होकर गांधी सर्किल तक निकाला गया। मार्च के बाद खिलाड़ियों के द्वारा डॉ. कृष्णा पूनिया की अगुवाई में सांकेतिक धरना - प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों ने आवाज बुलंद करते हुए कहा कि माफिया बाहुबलियों के खिलाफ कारेवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जाए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का अपमान सहन नहीं जाएगा।
डॉ. पूनिया ने सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की आन, बान व शान समझने वाली अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बेटियों को न्याय के लिए मानसिक प्रताड़ना से पीड़ित होकर मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ा है। सबसे दुखद बात तो यह भी है कि क्या देश की बेटियों ने सड़कों पर रोने व गिड़गिड़ाने के लिए मेडल जीता था। हिन्दुस्तान के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी।
डॉ. पूनिया ने मुखर आवाज में कहा कि भारत में कुश्ती खेल को बचाने एवं खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिलते तक उनका यह संघर्ष जारी रहेगा। खिलाड़ियों के द्वारा हक के लिए लड़ी जा रही लड़ाई को जाति विशेष के साथ बांधकर अपमानित किये जाने का काम किया जा रहा है। खेल ऐसा क्षेत्र है जहां कोई जात - पात व ऊॅंच - नीच नहीं होती है। खिलाड़ी का एकमात्र सपना देश के लिए पदक जीतना होता है। इस प्रकार की ओछी मानसिकता के कारण खिलाड़ियों का मनोबल टूट रहा है।
गौरतलब है कि डॉ. पूनिया ने पहले भी खिलाड़ियों के समर्थन में धरना - प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुंलद की थी।
इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी हीरानंद कटारिया सहित विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, खिलाड़ी, खेल प्रेमी मौजूद थे।