राजस्थान में सीपी जोशी देंगे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से इस्तीफ़ा! -प्रदेश में जल्द हो सकता है नेतृत्व परिवर्तन

राजस्थान में सीपी जोशी देंगे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से इस्तीफ़ा! -प्रदेश में जल्द हो सकता है नेतृत्व परिवर्तन


जयपुर टाइम्स
जयपुर। राजस्थान भाजपा में एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है भाजपा प्रदेश नेतृत्व में अब जल्द परिवर्तन हो सकता है। इसको लेकर अब भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने खुद ही संकेत दे दिए हैं। सूत्रों के अनुसार उनकी ओर से इस्तीफा देने की पेशकश को लेकर जमकर सियासी चर्चाएं चल रही है। जोशी चार दिनों से दिल्ली में पार्टी हाई कमान के नेताओं से मिले। जोशी की इस मुलाकात को उनके इस्तीफा देने की पेशकश से जोड़कर देखा जा रहा है। सियासी चर्चा है कि जोशी ने पहले भी अपने इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन उस समय पार्टी नेतृत्व ने उन्हें अपने पद पर रहने के लिए कहा था, अब फिर से उनके इस्तीफा देने के कयास तेज हो गए हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी पिछले चार दिनों से दिल्ली में हैं, जहां उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। उनकी इस मुलाकात से सियासत में जमकर हलचल मची हुई है। इस दौरान गुरुवार दोपहर बाद अचानक उनके फिर से इस्तीफा देने के कयास को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। इसको लेकर मीडिया में खबरें चलने लगी है। जोशी के चार दिनों से दिल्ली में होने के कारण इस कयास को लेकर और बल मिला है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले भी जोशी ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन तब पार्टी ने उन्हें अपने पद पर कायम रहने के लिए कहा। बता दें कि जोशी ने इस लोकसभा चुनाव में चित्तौड़ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। चुनाव लड़ने के दौरान उन्होंने पार्टी को अवगत करवा दिया था कि वह चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसी स्थिति में वह राज्य में पार्टी का प्रचार कार्य पूरी तरह से नहीं कर पाएंगे। ऐसे में उन्हें पद से मुक्त किया जाए, लेकिन सियासी समीकरणों को देखते हुए पार्टी हाई कमान ने उन्हें पद पर कायम रहने के लिए कहा। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद जोशी एक बार फिर चित्तौड़गढ़ से सांसद निर्वाचित हो गए है। साथ ही लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद केंद्र में भाजपा की सरकार बन चुकी है। ऐसे में वर्तमान में बनी ताजा स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि अब पार्टी उनका इस्तीफा स्वीकार कर नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकती है।
मुख्यमंत्री ब्राह्मण बनने के बाद अध्यक्ष के बदले जाने की चर्चा
विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस बार नए चेहरे पर दांव खेलते हुए पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया। इधर, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद पर पहले से ही ब्राह्मण नेता सीपी जोशी काबिज थे। ऐसी स्थिति में सरकार और संगठन में दोनों पद ब्राह्मण समाज के पास होने के चलते माना जा रहा है कि पार्टी भी नए जातिगत समीकरण को साधने के लिए प्रयास कर सकती है। लिहाजा सीपी जोशी के बदले जाने को लेकर कयास शुरू हो गए। इसको लेकर सियासत में काफी चर्चा रही।

तीन नेताओं के नाम चर्चा में:

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के गुरुवार दोपहर बाद इस्तीफे की पेशकश की खबरों से राजस्थान की बीजेपी की सियासत में हलचल मच गई है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि यदि जोशी का इस्तीफा मंजूर होगा, तो फिर उनका अगला उत्तराधिकारी कौन होगा? इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। इस बीच बीजेपी के तीन नेताओं का नाम इस चर्चा में सबसे आगे माना जा रहा है। इनमें दो माली समाज के नेता और एक एससी वर्ग से शामिल है। माली समाज से राजेंद्र गहलोत और पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी का नाम आगे माना जा रहा है। वहीं एससी वर्ग की बात करे, तो जितेंद्र गोठवाल को भी इस दौड़ में माना जा रहा है।