अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, बालिकाओं को अधिकारों और सुरक्षा के प्रति किया जागरूक

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, बालिकाओं को अधिकारों और सुरक्षा के प्रति किया जागरूक

विराटनगर, 11 अक्टूबर। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सत्यार्थी मूवमेंट फॉर ग्लोबल कम्पैशन बाल आश्रम के सहयोग से संचालित बाल मित्र ग्रामों में जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बाल आश्रम संस्थापिका सुमेधा कैलाश के निर्देशन में बागावास अहिरान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाभरू थानाधिकारी रविन्द्र सिंह, पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार यादव और बाल सरपंच साहिबा बानों उपस्थित रहे।

थानाधिकारी रविन्द्र सिंह ने बालिकाओं को पोक्सो एक्ट, किशोर न्याय अधिनियम, हैनीट्रैप, बाल तस्करी, और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के बारे में जानकारी देते हुए बच्चों को जागरूक और सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने बालिकाओं से अपराध के प्रति जागरूक होने और बिना झिझक अपने माता-पिता और शिक्षकों से बात साझा करने का आह्वान किया। उन्होंने सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों से दूर रहने की भी सलाह दी।

इस अवसर पर बाल मित्र ग्राम जयसिंहपुरा में जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जिसमें पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पूनम चौधरी ने कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, अशिक्षा और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। सत्यार्थी मूवमेंट फॉर ग्लोबल कम्पैशन की मैनेजिंग ट्रस्टी अस्मिता सत्यार्थी ने कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और उन्हें अवसर दिए जाने चाहिए ताकि वे बाल विवाह जैसी बुराइयों से बचकर अपने सपनों को साकार कर सकें।

कार्यक्रम में वरिष्ठ व्याख्याता उमा तिवारी ने बालिकाओं को 'गुड टच और बैड टच' की जानकारी दी और आत्मरक्षा के गुर सिखाए। इस अवसर पर स्थानीय प्रधानाचार्यों, पुलिस अधिकारियों और बाल आश्रम के कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले बालिकाओं को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।