जयपुर में 24 कैरेट गोल्ड से सजी तीज माता की सवारी: वैदिक मंत्रों संग बना सांस्कृतिक भित्तिचित्र, 3D इफेक्ट बना आकर्षण

जयपुर में 24 कैरेट गोल्ड से सजी तीज माता की सवारी: वैदिक मंत्रों संग बना सांस्कृतिक भित्तिचित्र, 3D इफेक्ट बना आकर्षण

राजस्थान पर्यटन भवन, जयपुर में इन दिनों एक अनोखा सांस्कृतिक नजारा देखने को मिल रहा है। यहां वैदिक परंपरा और आधुनिक कला का संगम देखने को मिल रहा है, जहां तीज माता की शाही सवारी को 24 कैरेट गोल्ड, चांदी के वर्क और गंगाजल के उपयोग से भित्तिचित्रों (वॉल पेंटिंग) के रूप में दर्शाया गया है।

इस भव्य कलाकृति को वैदिक कलाकार रामू रामदेव ने तैयार किया है, जो जयपुर की कला परंपरा की सातवीं पीढ़ी से हैं। उन्होंने बताया कि इस पेंटिंग का ड्रॉइंग उन्होंने 2018 में ही बना लिया था और यह उनके जीवन का ड्रीम प्रोजेक्ट है।

पर्यटन भवन के स्वागत कक्ष में आमेर महल, मेहरानगढ़ किला, विजय स्तंभ, डीग पैलेस सहित राजस्थान की प्रमुख धरोहरों को दर्शाने वाली 10 से 15 भित्तिचित्र बनाए गए हैं। इनमें तीज माता की सवारी और भगवान गणेश की पेंटिंग विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।

पेंटिंग्स को थ्रीडी रूप देने के लिए एंबोजिंग तकनीक अपनाई गई, जिसमें स्टोन पाउडर, खड़िया और चौक मिट्टी से विशेष मिश्रण तैयार कर उसे मेहंदी के कोन में भरकर उभार बनाए गए। यह तकनीक पेंटिंग को दशकों तक सुरक्षित रखने में मदद करती है।

पेंटिंग के दौरान वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया गया और रंगों में गंगाजल मिलाया गया, जिससे यह कला धार्मिक और सांस्कृतिक शुद्धता का प्रतीक बन गई है।