चूरू की सांस्कृतिक धरोहर ने मोहा पर्यटकों का मन, स्थापत्य कला की तारीफ  

चूरू की सांस्कृतिक धरोहर ने मोहा पर्यटकों का मन, स्थापत्य कला की तारीफ  

 

जयपुर टाइम्स, चूरू।  
चूरू की ऐतिहासिक हवेलियों और सांस्कृतिक धरोहर ने दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों से आए दस सदस्यीय दल को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. सूरजमल सुराणा के पुत्र व व्यवसायी अजय सुराणा के सान्निध्य में इस दल ने रविवार को चूरू का भ्रमण किया।  

स्थापत्य कला और सांस्कृतिक विविधता से प्रभावित  
भ्रमण के दौरान दल ने सुराणा हवामहल, मालजी का कमरा, स्वर्ण जैन मंदिर, भैरव मंदिर और अन्य ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया। पर्यटक रेतीले धोरों की सैर के साथ राजस्थानी संस्कृति और परंपराओं से भी रूबरू हुए। राजस्थानी व्यंजनों का आनंद लेते हुए पर्यटकों ने यहां के भोजन और परिधानों की सराहना की।  

पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास  
व्यवसायी अजय सुराणा ने बताया कि इस भ्रमण का उद्देश्य चूरू के पर्यटन को बढ़ावा देना और देश-विदेश के पर्यटकों को यहां की सांस्कृतिक धरोहर, रीति-रिवाज और ऐतिहासिक स्थलों से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि दल के सदस्य, जो अपने-अपने क्षेत्रों में प्रतिष्ठित हैं, चूरू की स्थापत्य कला और सांस्कृतिक विविधता से अत्यधिक प्रभावित हुए हैं।  

दल के प्रमुख सदस्य  
भ्रमण दल में रिलायंस जियो के उपाध्यक्ष ऋषि कौल, यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर मनीष लुथरा और विनय जैटसन, इंडिगो एयरलाइंस के पायलट टॉम्बा मैटी, भारतीय सेना के विनोद कुमार, और अन्य प्रतिष्ठित सदस्य शामिल थे।  

विद्यालय की आधुनिक सुविधाएं भी देखी  
दल ने श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी विद्यालय की कम्प्यूटर कक्ष, स्मार्ट क्लास और अन्य आधुनिक सुविधाओं का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर विद्यालय के मनीष शर्मा, आदिल खान और मुदित शर्मा ने दल को विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों से अवगत करवाया।  

पर्यटकों का यह अनुभव चूरू के पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व को नई पहचान देने का संकेत देता है।