जिला कलक्टर ने पेयजल, विद्युत आपूर्ति, निर्माणाधीन पशु चिकित्सालय का किया औचक निरीक्षण ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ लिपिक को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश
सवाई माधोपुर, बौंली उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत जस्टाना में पेयजल, विद्युत आपूर्ति, निर्माणाधीन पशु चिकित्सालय सहित अन्य कार्यालयों का जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने उपखण्ड अधिकारी बौंली विनीता स्वामी की उपस्थिति में मंगलवार को औचक निरीक्षण किया।
जिला कलक्टर ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जस्टाना में निर्मित पानी की टंकी (उच्च जलाशय) के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि पम्प हाउस का विद्युत कनेक्शन होने के पश्चात उच्च जलाशय से उपभोक्ताओं को जलापूर्ति सुचारू रूप की जा रही है। वहीं उन्होंने जस्टाना गांव में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत लगाई गई एफएसटीसी का विभिन्न नागरिकों के घरों पर जाकर निरीक्षण कर जलापूर्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
इस दौरान ग्रामीणों द्वारा जिला कलक्टर को अवगत कराया गया कि एक दिन छोड़कर एक दिन जलदाय विभाग द्वारा जलापूर्ति की जा रही है। परन्तु एफएसटीसी पर एक-दो जगह छोड़कर टूटी नहीं लगी हुई थी इस पर जिला कलक्टर ने तत्काल सभी एफएसटीसी पर टूटियां लगवाने के निर्देश दिए हैं।
इस दौरान ग्रामीण श्योराम मीना द्वारा जिला कलक्टर को अवगत कराया गया कि उसके तीन भाईयों में से दो के ही कनेक्शन हुए है एक भाई की पत्नी सुनिता के नाम पर होने वाला कनेक्शन आदिनांक तक जारी नहीं हुआ है। इस संबंध में जिला कलक्टर ने नियमानुसार नल कनेक्शन संबंधित उपभोक्ता को जारी करने के निर्देश भी दिए।
इसके पश्चात जिला कलक्टर ने भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र जस्टाना का औचक निरीक्षण किया जिसमें ग्राम विकास अधिकारी व कनिष्ठ लिपिक अनुपस्थित पाये गये जिनके खिलाफ कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश उपखण्ड अधिकारी बौंली को दिए। वहीं एक शौचालय पर ताला लगा हुआ था खुलवाने पर ज्ञात हुआ कि न तो उसमें पानी है और न ही साबुन है। दूसरे शौचालय में भी पानी, साबुन नहीं था और गंदा था। इस पर जिला कलक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शौचालय में पानी, साबुन के साथ-साथ स्वच्छ रखने के निर्देश विकास अधिकारी को दिए।
वहीं भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र जस्टाना के परिसर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र पर दो महीने पूर्व पुताई की गई थी परन्तु आदिनांक तक उस पर आंगनबाड़ी केन्द्र जस्टाना का अंकन फोन पर नहीं किया गया था। वहीं सामने की भूमि पर ईंधन डालकर अतिक्रमण किया हुआ था और जंगली बबूल उगी हुई थी। इस पर जिला कलक्टर ने परिसर को अतिक्रमण व जंगली बबूल से मुक्त कराने के निर्देश भी विकास अधिकारी को दिए।
इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन पशु चिकित्सालय जस्टाना का निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता की जांच की और पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा विगत दिवसों में किए गए निरीक्षणों की रिपोर्ट भी जिला कलक्टर कार्यालय को भिजवाने के निर्देश प्रदान किए।
भू-अभिलेख कार्यालय व किसान सेवा केन्द्र के निरीक्षण में पटवारी व कृषि पर्यवेक्षक अनुपस्थित मिले। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि पटवारी के पास अतिरिक्त कार्यभार होने के कारण जस्टाना में नहीं आता है। इस पर जिला कलक्टर ने पटवारी को सप्ताह में दो या तीन दिन जस्टाना में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। वहीं आयुर्वेद औषधालय जस्टाना के निरीक्षण में भवन जर्जर स्थिति में पाये जाने पर उपखण्ड अधिकारी को पीडब्ल्यूडी द्वारा इसकी जांच कराने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने इस दौरान सौर ऊर्जा पनघट के नलकूपों का भी निरीक्षण कर वहां पर जमा पानी को नाली में डालने के लिए शेष रह गई नाली निर्माण करवाने के निर्देश सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित अधिकारी को दिए।
इस दौरान सहायक अभियंता जलदाय विभाग युधिष्ठिर मीना, वेटेनरी एसिस्टेन्ट मुजाहिद खान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन:- 11 पीआरओं 1 से 5 निरीक्षण करते जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव।
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