अरावली पर्वत श्रंखला के पास कुटिया पर छाई आस्था की अद्भुत छटा

अरावली पर्वत श्रंखला के पास कुटिया पर छाई आस्था की अद्भुत छटा

छो करियां परवाह सतगुरु लीला शाह  वेठो आहे, जैसे भजनों से गूंज उठी कुटिया

खैरथल

समीपवर्ती वल्लभग्राम में स्वामी लीला शाह के वार्षिक उत्सव में राजकोट गुजरात से आए हैं भजनोपदेशक थल्ले वारो सांई सुगना मल सहित अनेक गायक कलाकारों के मनमोहक भजनों से कुटिया गुंजायमान हो उठी स्वामी लीला शाह सेवा समिति के तीसवें दो दिवसीय वार्षिकोत्सव में रविवार को सुबह हवन-पूजन के बाद नवनिर्मित भवन में स्वामी केशवराम व स्वामी वीरभान की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की गई श्रद्धालुओं ने अपने गुरु स्वामी लीला शाह की तपोस्थली कुटिया में ध्यान-योग के साथ शीश नवा कर मन्नतें मांगी।
इस दौरान राजकोट के सांई सुगना मल ( थल्ले वारो सांई) के सत्संग में भजनों की सरिता में श्रद्धालु श्रोताओं ने झूमते हुए जमकर डुबकियां लगाईं।
भोजपुर की प्रसिद्ध पेशुराम की शहनाई वादन में श्रद्धालुओं ने डांडिया और सिंध के लोकनृत्य छेज की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी अनवरत आम भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण कर आशीर्वाद लिया।
नवनिर्मित दरबार में महाआरती में क्षमता से अधिक लोगों ने बाहर खड़े रहकर अपनी आस्था जताई।
वार्षिकोत्सव में गांव के गणमान्य पूर्व सरपंच गोबिंद राम चचलानी, दुल्हाना मल मूलानी,मुखी अशोक गुरनानी सहित स्वामी लीला शाह सेवा समिति कार्यकारिणी के वासदेव दासवानी, अशोक महलवानी, दिलीप चंदवानी, दीपक गुरनानी, राजू लालवानी दिनेश निहलानी, जाजन मूलानी, घनश्याम चचलानी, भगवान लालवानी, और वासदेव सीरवानी, संजय गंगवानी, दिनेश सीरवानी सहित समस्त ग्रामीणों द्वारा व्यवस्थाओं में सहयोग किया।
वार्षिकोत्सव में बड़ी संख्या में दुकानें लगी जिनमें लोगों ने खिलौने, होजरी, रेडीमेड कपड़े, हस्तकला का सामान की खरीदारी की महानगरों से आए अतिथि श्रद्धालुओं ने परिवार सहित कुटिया की बगल में स्थित पर्वत और पीले फूलों से खिलखिलाते सरसों के खेतों में जमकर सेल्फी पोज लेने का आनन्द उठाया।