सीसीए रूल्स के तहत कार्रवाई के निर्देश पर शिक्षकों में भारी रोष

अनावश्यक कार्रवाई पर रोक लगाने हेतु तिवाड़ी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
श्रीमाधोपुर 
विद्यार्थियों के आधार एवं जनाधार प्रमाणीकरण एवं विद्यार्थियों के बैंक खातों में त्रुटियां सुधरवाना,जिनके आधार नहीं है बनवाना,बन चुके उनमें बच्चों के नाम जुड़वाने का काम शिक्षक एवं विद्यालय का नहीं है। बावजूद इसके 85% से कम प्रोग्रेस वाले पीईईओ एवं शिक्षकों के खिलाफ राज्य स्तर से सीसीए रूल्स के तहत कार्रवाई करने संबंधी मुख्य सचिव के निर्देशों से शिक्षक समाज में भारी रोष व्याप्त है।
राजस्थान संस्कृत शिक्षा विभागीय शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तिवाड़ी मऊ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर इस प्रकार की अनावश्यक कार्रवाई रुकवाने की मांग करते हुए लिखा है कि राज्य के शिक्षकों द्वारा हर परिस्थिति में शासन प्रशासन द्वारा शैक्षणिक कार्यों के अतिरिक्त भी दी जाने वाली जिम्मेदारी को पूर्ण मनोयोग के साथ पूरा किया गया है। राज्य सरकार की प्रत्येक लाभकारी योजना का प्रचार-प्रसार कर उसे धरातल पर अमलीजामा पहनाने में शिक्षक समुदाय अग्रणी रहा है। फिर भी कार्य क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को नजरअंदाज कर मुख्य सचिव महोदया द्वारा 85% जनाधार एवं शत प्रतिशत डीबीटी भुगतान का लक्ष्य पूरा करने के निर्देश प्रदान किए जाकर जिनकी प्रोग्रेस 85% से कम है ऐसे पीईईओ व शिक्षकों के खिलाफ राज्य स्तर से सीसीए रूल्स के तहत कार्रवाई करने के निर्देश प्रदान किए हैं। जो अप्रासंगिक अनुचित एवं शिक्षक समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले हैं। निर्देशों को लेकर शिक्षक समाज में भारी रोष व्याप्त है। संगठन इस प्रकार की अनुचित कार्यवाही का विरोध करता है।
तिवाड़ी ने मुख्यमंत्री से
मांग करते हुए निवेदन किया है कि अविलम्ब अनावश्यक कार्रवाई रुकवा कर निःशुल्क ड्रेस सिलाई राशि का भुगतान डीबीटी के स्थान पर समग्र शिक्षा के माध्यम से अभिभावकों के बैंक खातों की प्रमाणित प्रति से पीईईओ के मार्फ़त संपन्न करवाने के आदेश प्रसारित करवाएं ताकि योजना का लाभ शत प्रतिशत विद्यार्थियों को मिल सके। अन्यथा संगठन को मजबूरन आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा।