भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप बना आकर्षण का केंद्र   महिला उद्यमिता और परंपरागत कारीगरी को मिला खास मंच  

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप बना आकर्षण का केंद्र   महिला उद्यमिता और परंपरागत कारीगरी को मिला खास मंच  

जयपुर। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप ने अपनी अनूठी पहचान बनाई है। खासतौर पर जोधपुर के पाल गांव की कल्याणी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों ने महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की है।  

महिलाओं के उत्पादों की सराहना  
समूह की महिलाओं के मेहनत और आत्मनिर्भरता की कहानियां आगंतुकों को प्रेरित कर रही हैं। उनके उत्पादों की बिक्री ने रोजगार के नए अवसर सृजित किए हैं। उनकी रचनात्मकता ने मेले में आए दर्शकों का ध्यान खींचा है।  

जयपुरी रजाई और बंधेज बनी पसंद 
जयपुरी रजाई के स्टॉल पर ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। पारंपरिक सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंट और आधुनिक डिज़ाइन वाली डबल बेड रजाईयां ग्राहकों को खूब पसंद आ रही हैं। वहीं, चुरू और बूंदी के कारीगरों की बंधेज साड़ियां और लाख के आभूषण भी खूब सराहे जा रहे हैं।  

राजस्थान मंडप का विशेष योगदान 
राजस्थान मंडप ने राज्य की कला, संस्कृति और महिला उद्यमिता को न केवल मंच प्रदान किया है, बल्कि परंपरागत कारीगरों को भी नई पहचान दिलाई है। यह मंडप राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का जरिया बना है।