जिला निष्पादन समिति की बैठक: शिक्षा और विकास के लिए समन्वित प्रयासों पर जोर

जिला निष्पादन समिति की बैठक: शिक्षा और विकास के लिए समन्वित प्रयासों पर जोर

अलवर। जिला कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में जिला निष्पादन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले की रैंकिंग सुधारने के लिए विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की गई और अधिकारियों को समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए गए। 

शिक्षा में सुधार के निर्देश 
जिला कलेक्टर ने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले के शैक्षिक स्तर को अग्रणी जिलों की श्रेणी में लाने के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने स्कूलों में आधुनिक तकनीक, भौतिक संसाधनों और सहशिक्षण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।  
- आईटीसी लैब्स की समीक्षा: प्रथम चरण में 32 आईटीसी लैब्स को एक माह में पूर्णतः क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए गए।  
- चारदीवारी और खेल मैदान:नरेगा योजना के तहत चारदीवारी विहीन 176 स्कूलों के लिए प्रस्ताव तैयार करने और ब्लॉक स्तर पर 5-5 खेल मैदान विकसित करने के लिए 1 माह में स्वीकृति जारी करने को कहा।  
-फर्नीचर उपलब्धता: प्राथमिक कक्षाओं के लिए फर्नीचर की व्यवस्था के लिए सरकारी, सीएसआर और दानदाताओं का सहयोग लेने की बात कही। इस कार्य को पहले पूरा करने वाले तीन ब्लॉकों को सम्मानित किया जाएगा।  

सुरक्षा और अभिभावक भागीदारी पर जोर  
- बाल वाहिनियों की जांच: 15 दिन में बाल वाहिनियों के सुरक्षा पैरामीटर की जांच कर मानकों पर खरी उतरने वाली वाहिनियों को ही संचालित करने का निर्देश दिया गया।  
- पीटीएम की भागीदारी: पीटीएम में अधिकाधिक अभिभावकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनसे शैक्षणिक सुधार के सुझाव लेने को कहा गया।  

अन्य निर्देश  
- विद्यार्थियों की अपार आईडी का शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करने का आदेश।  
- अनुपयोगी सामग्री की नीलामी और स्कूलों के रंगरोगन के कार्य को प्राथमिकता देने के निर्देश।  
- नवाचार करने वाले अधिकारियों और संस्था प्रधानों को सम्मानित करने और लापरवाही बरतने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही।  

बैठक में एडीएम प्रथम मुकेश कायथवाल, सीडीईओ महेश गुप्ता, डीईओ नेकीराम और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जिला कलेक्टर ने जिले को राज्य की रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर लाने के लिए सभी विभागों को मिलकर कार्य करने की अपील की।