उपचुनाव की हार पर मंथन
बैठक में उपचुनाव में हार के कारणों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही कांग्रेस संगठन में निष्क्रिय नेताओं के खिलाफ कार्रवाई, संगठनात्मक बदलाव और निकाय व पंचायत चुनावों की रणनीति पर भी मंथन हुआ।
डोटासरा का कड़ा संदेश
गोविंद सिंह डोटासरा ने निष्क्रिय नेताओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे नेताओं की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है। उन्होंने कहा, *"कांग्रेस को कुछ नेताओं की जेब से निकालना होगा।"* डोटासरा ने सुझाव दिया कि पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करने वाले युवाओं को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी में केवल मेहनत करने वाले और सक्रिय नेता ही स्थान पा सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष का फोकस जनता से जुड़े मुद्दों पर
टीकाराम जूली ने सरकार को घेरने के लिए जनता से जुड़े मुद्दों पर जोर देने और संगठनात्मक गतिविधियों को मजबूत करने की रणनीति पर राहुल और प्रियंका गांधी को जानकारी दी।
आने वाले दिनों में बड़े बदलाव की संभावना
बैठक के बाद यह संकेत मिल रहे हैं कि कांग्रेस नेतृत्व निष्क्रिय नेताओं के खिलाफ कड़े कदम उठाने और युवा कार्यकर्ताओं को संगठन में जिम्मेदारी देने की दिशा में कदम उठाएगा। राहुल और प्रियंका गांधी ने संगठन को मजबूत करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
राजस्थान कांग्रेस में ये बदलाव आगामी निकाय और पंचायत चुनावों के मद्देनजर संगठन को फिर से सक्रिय और मजबूत बनाने की कोशिश का हिस्सा हैं।