जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक

जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक

जिले में दुर्घटना रहित सुगम यातायात हेतु संबंधित अधिकारी समन्वित प्रयास करें- जिला कलक्टर

अलवर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने विगत महीनों में सड़क सुरक्षा के संबंध में संबंधित विभागों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा कर कहा कि समन्वित प्रयास यह रहे कि जिले की सड़कें दुर्घटना मुक्त होवे। दुर्घटना की स्थिति में जीवन बचाना प्राथमिकता रहे। उन्होंने सुगम यातायात एवं दुर्घटना संभावित कारणों के लिए गठित समिति की रिपोर्ट की समीक्षा कर एनएचआई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 248 पर अवैध कटों बन्द करावे व अवैध रूप से बंद किए गए नालों को खुलवाए अवैध कट बन्द करने के उपरान्त भी यदि किसी ने उन्हें पुनः खोले तो संबंधित के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाए। उन्होंने निर्देश दिये कि इस मार्ग पर ब्लैक स्पॉट की तकनीकी में बदलाव करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि समिति की रिपोर्ट के अनुसार चिन्हित किए गए स्थानों पर साइन बोर्ड आदि लगवाए। उन्होंने आरएसआरडीसी के प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देश दिये कि अलवर- बहरोड मार्ग पर भी साइनेज आदि लगाए ।
उन्होंने आरटीओ सहित संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहर की यातायात व्यवस्था को बनाए रखने हेतु चिन्हित किए गए 19 नो पार्किंग स्थलों का नोटिफिकेशन जारी करावे। इन नो पार्किंग स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि शहर के प्रमुख मार्गों पर गति सीमा तय करने का भी नोटिफिकेशन जारी कराये। उन्होंने भिवाडी शहर में यातायात सुगम करने हेतु नो पार्किंग स्थलों को चिन्हित करने हेतु बीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया। उन्होंने नगर विकास के सचिव को निर्देश दिये कि नो पार्किंग स्थलों में खड़े होने वाले वाहनों को हटाने के लिए केन गाडी हेतु शॉर्ट निविदा कर केन गाडी की व्यवस्था करे। उन्होंने निर्देश दिये कि यातायात व्यवस्था को सुगम करने हेतु ई-रिक्शा आदि का संचालन यातायात नियमों की पालना के साथ कराया जावे। नियमों की अवहेलना करने पर तुरन्त कार्रवाई करे। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिये कि दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने पर गुड सेमेटेरियन योजना के तहत पुरस्कृत करावे। इसके लिए सभी ट्रोमा प्रभारियों को पाबंद करें। उन्होंने निर्देश दिये कि दुर्घटना की सूचना मिलते ही एम्बुलेंस यथाशीघ्र दुर्घटना स्थल पर पहुंचे जिससे घायल व्यक्ति को मौके पर चिकित्सकीय सुविधा मिल सके।
जिला कलक्टर ने अलवर एवं भिवाड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि दुर्घटना की सूचना संबंधित थानों से रेड आई पोर्टल पर दर्ज करवाना सुनिश्चित कराये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क के टूटे हुए डिवाइडरों के कर्व की मरम्मत करावे ।
उन्होंने आरटीओ को निर्देशित किया कि सर्दी के मौसम में सड़क पर फोग अधिक होने के कारण दुर्घटनाएं घटित होने की संभावना रहती है अतः वाहन चालकों को शिविर लगाकर अपने
वाहनों पर फोग लाइट लगवाने हेतु समझाइश की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि सडक सुरक्षा सप्ताह
संचालित है। इस सप्ताह के दौरान सडक सुरक्षा से संबंधी नियमो की जानकारी आमजन विद्यालयों के बच्चों को देवे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि शाम के समय होने वाली अधिक दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कार्य योजना तैयार करे। उन्होंने निर्देश दिये कि समय-समय पर बाल
वाहिनियों की जांच करें। इनका संचालन नियमानुसार सुनिश्चित करावे । बैठक में एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक सतेंद्र सिंह द्वारा इंटीग्रेटेड रोड ऐक्सिडेंट डेटाबेस ऐप के द्वारा कलेक्ट डेटाबेस पर पीपीटी के माध्यम से जिले की सड़क दुर्घटना की स्थिति प्रदर्शित की गई।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अलवर तेजस्वनी गौतम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिवाडी विपिन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सरिता सिंह, यूआईटी के सचिव जितेन्द्र सिंह नरूका, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियन्ता संगीत अरोडा, जिला परिवहन अधिकारी बी. सी गंगवाल, उपखण्ड अधिकारी अलवर सोहन सिंह नरूका, डीईओ प्रारम्भिक नेकीराम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।