-दूदू पंचायत समिति में एसडीएम के निर्देश भी बीडीओ ने किए दरकिनार

-दूदू पंचायत समिति में एसडीएम के निर्देश भी बीडीओ ने किए दरकिनार

वीडियो की तानाशाही, बोली: टैंडर में भाग लेने से रोक दिया तो क्या होगा, निरस्त हो जाएगी प्रक्रिया

-रहलाना में सरपंच व सचिव की दबंगई, लोगों को टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने से रोका
जयपुर टाइम्स
दूदू। एक और प्रदेश की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री आमजन को राहत देने के लिए ढेरों सौगातें दे रहे हैं, मंत्रियों, विधायकों को निर्देश दे रहे हैं तो वहीं दूसरी और दूदू पंचायत समिति में मुख्यमंत्री की मंशा पर प्रशासनिक अधिकारी पानी फेर रहे हैं। पंचायत समिति दूदू की ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया के आवेदन लिए गए। इस दौरान ग्राम पंचायत रहलाना में टैंडर प्रक्रिया के दौरान सरपंच और सचिव ने तानाशाही दिखाते हुए कई लोगों को टेंडर प्रक्रिया के ड्राफ्ट जमा कराने से ही रोक दिया। इससे निष्पक्ष व पारदर्शी टेंडर प्रक्रिया पर सवालिया निशान लग गया है।  इतना ही नहीं सरपंच ने पद की धौंस दिखाते हुए टेण्डर प्रक्रिया में भाग लेने वाले ठेकेदारों को देख लेने तक की धमकी दे डाली। टेंडर प्रक्रिया के आवेदन के लिए निर्धारित शुल्क का डीडी जमा कराने के लिए पंजीकृत फर्म के ठेकेदारों ने निवेदन किया, हाथ जोड़े लेकिन सरपंच घासीराम गुर्जर व सचिव सोनाक्षी यादव ने एक नहीं सुनी और टेंडर प्रक्रिया के आवेदन, डीडी के लिफाफे को फेंक दिया। इस मामले में ग्रामीणों ने नारेबाजी की लेकिन सरपंच व सचिव पर इसका कोई असर नहीं हुआ। एक फर्म के मालिक रूपनारायण गुर्जर ने बताया कि मैं सुबह ही टेंडर प्रक्रिया के तहत डीडी जमा कराने गया तो सचिव ने जमा ही नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरपंच के दबाव में सचिव ने लिफाफा वापस फेंक दिया। इस मामले में अतिरिक्त जिला कलेक्टर दूदू गोपाल परिहार का कहना है कि रहलाना में टेन्डर प्रक्रिया में भाग लेने से रोकने के मामले की शिकायत मिली है जिसके सम्बन्ध में विकास अधिकारी, पंचायत समिति को कहा है। फिर भी कोई गड़बड़ है तो जांच कराई जाएगी।

इनका कहना है:

मैंने उनको आवेदन की रिसिवड दी है, डीडी को बॉक्स में जमा कराने के लिए कहा था, फार्म लेने से मना नहीं किया, अब ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, टैंडर प्रक्रिया निरस्त हो जाएगी।
        -सोनाक्षी यादव, ग्राम विकास अधिकारी, रहलाना


मैंने विकास अधिकारी दूदू को निर्देश दिए थे, उसके बावजूद इस तरह टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने से रोका जाना गलत है, मैं टेंडर प्रक्रिया को निरस्त कराने के लिए जिला परिषद सीईओ को पत्र लिख रहा हूँ। 
      -योगेश कुमार देवल, एसडीएम दूदू