व्यंजन हमारे मौसम एवं त्याहारों से जुड़े होते है- ओमप्रकाश रोघा
भारतीय सिंधु सभा ने मनाया फूड फेस्टिवल
सिंधी व्यंजनों का सभी ने उठाया लुत्फ
खैरथल। सिंधी संस्कृति, सभ्यता, त्योहार बनाए रखने के लिए भारतीय सिंधु सभा खैरथल की ओर से आनन्द नगर कॉलोनी स्थित झुलेलाल मंदिर में बाबा शीतलदास लालवानी के सानिध्य में सिंधी फ़ूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस दौरान पूज्य सिंधी पंचायत अलवर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा ने कहा कि सिंधी समाज के बच्चे, युवा वर्ग अपने धर्म, भाषा, संस्कृति, सभ्यता से दूर हो रहे हैं उनको अपनी जड़ों के पास लाने का एक छोटा सा प्रयास किया जा रहा है आजकल के समय में बच्चे फास्ट फूड की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं सिंधी बच्चों, युवाओं को सिंधी व्यंजनों के बारे में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं है व्यंजन हर राज्य की विशेषता होती है उससे संस्कृति की पहचान बनती है भारतीय सिंधु सभा के प्रदेश मंत्री गिरधारीलाल ज्ञानानी ने कहा कि व्यंजन हमारे त्योहारों से भी जुड़े होते हैं विशेष पकवान का हमारे रीति रिवाज मौसम से संबंध है यह एक कड़ी है।व्यंजन, मौसम और त्योहार रिश्ते की बड़ी भूमिका निभाते हैं फास्ट फूड के चलन से बच्चे आलसी और चिड़चिडे तनावग्रस्त हो रहे हैं पैकेट बंद चीजो से बच्चों को ताकत नहीं मिलती है हम बचपन से सुनते थे दादी नानी मां के हाथ के बने व्यंजन अब यह सुनाई नहीं देते परिवारों को साथ में खाने का चलन भी खत्म हो रहा है जो सोच विचारों पर गहरा असर डालते हैं कहते है जैसा अन्न वैसा मन हमारी एक कोशिश होनी चाहिए कि हमारा प्यार अपनापन आशीर्वाद खाने के जरिए बना रहे हमारी संस्कृति सभ्यता त्योहार बनाए रखने के प्रयास में भारतीय सिंधु सभा खैरथल की ओर से आयोजित फूड फेस्टिवल में सिंधी समाज के बच्चों, महिलाओं नीतू खजनानी, ममता रामवानी, मोनिका मदान, नीलम बालानी, भूमि रामवानी, दीक्षा बालानी, पलक महलवानी, सुनीता शर्मा, भूमि आहूजा, दृस्टि असरानी, जिया महलवानी, भारती देवजानी, मीनू कोशलानी, सुनीता ज्ञानानी, सोनिया कोशलानी, रुक्मणी माखीजा, कशिश मेठवानी, मोहिनी काकानी, दीपिका असरानी, पूजा मुंजवानी, भारती चंदवानी, लीना वाधवानी, हर्षा रामानी, लवलीना असरानी, कमला कटारा, सीमा लालवानी की ओर से करीबन 20 तरह के सिंधी व्यंजन जैसे सिंधी माजून, मिठो प्रागरी, खुम्ब, कतल जा लड्डू, कड़ी चावल, दाल पकवान, खोराक, तहरी, सिंधी चौथा, मुशती वारी कुट्टी, चेहरों फुलको, मोनथाल, कोकी, सेल फुल्का,पुलाउ, मिट्ठी सयू, मिट्ठी मानी, मिरचाई,आलू, पनीर पकोड़ा आदि व्यंजन बनाये गए। कार्यक्रम के निर्णायक मंडल ओमप्रकाश रोघा, गोविंद रोघा, प्रताप कटहरा, महेश आडतानी, सेवक लालवानी, विजय बच्चानी, अशोक मलवानी, बाबूलाल गोरवानी, अर्जुन बाबानी, नत्थूमल रामनानी, शिशुपाल, लजपत निहलानी, जानकी रोघा, वंदना ज्ञानानी, भावना आडतानी, वंदना दादवानी, इंदु गोरवानी, पीकू लालवानी, बोनी जयवानी, विनोद नाजवानी ने सभी केटेगरी के स्टालों के व्यंजनों का स्वाद चखकर प्रतियोगियों को विभिन्न मापदंडो के आधार पर नंबर दिए तथा सभी मौसम एव त्योहारों के अनुसार बनाये जाने वाले व्यंजनों के बारे में सभी को बताया गया।इस दौरान सिंधी व्यंजनों का सभी ने उठाया लुत्फ उठाया। सिंधी व्यंजन प्रतियोगिता में केटेगरी वाइज प्रथम, द्वितीय, तृतीय विजेता प्रतियोगी को 23 मार्च शाम को आयोजित समारोह में सम्मानित कर पुरस्कृत किया जायेगा।