इस्माइलपुर लैदर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की समीक्षा बैठक का आयोजन

खैरथल। समीपवर्ती ग्राम इस्माइलपुर में नाबार्ड और स्पैक्ट्रा संस्था के संयुक्त तत्वावधान में लघु और गैर किसान उत्पादक संगठन कार्यक्रम के तहत चल रही परियोजना की समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक प्रदीप चौधरी ने शिरकत की। कार्यक्रम में स्पैक्ट्रा संस्था के कार्यक्रम प्रबंधक युवराज गौड़ ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि इस्माइलपुर गांव में लगभग 300 परिवार चमड़े से बने जूते व जूतियों का कार्य करते हैं। इन सब कारीगरों को अच्छा बाजार और नई तकनीक के साथ - साथ प्रशिक्षण उपलब्ध करवाना इस परियोजना का उद्देश्य है। पहचान इस्माइलपुर लैदर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन हो गया है। इस कार्यक्रम में विशेष तौर पर उपस्थित रहे पंजाब नेशनल बैंक अलवर के एल डी एम विकास रामदीप मीणा मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने नाबार्ड द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम के बारे में बैंक द्वारा कम्पनी को जो भी सहयोग होगा उसको पूरा किया जाएगा। उन्होंने बैंक द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को उपस्थित लोगों को अवगत कराया। इस कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक किशनगढ़ बास के शाखा के मिलेश ने बताया कि पहचान इस्माइलपुर लैदर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का बैंक खाता खुल गया है,अब खाते में सभी शेयर धारक अपना हिस्सा डाल सकते हैं। समीक्षा बैठक में उपस्थित कंपनी के निदेशकों ने अब तक हुई प्रगति के बारे में सबको बताया। प्रबंधक प्रदीप चौधरी ने बताया कि नाबार्ड ग्रामीण विकास और खेती के विकास के लिए कार्य करती है लघु गैर किसान उत्पादक संगठन कार्यक्रम का उद्देश्य, सभी लोग जो चमड़े के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं,उनको आगे बढ़ाना है और नई तकनीक से जोड़ना है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया किया कि सभी लोग इस कार्यक्रम से जुड़कर जरूर लाभ उठाएं। प्रदीप चौधरी ने बताया कि नाबार्ड इस परियोजना में विभिन्न प्रकार के ग्रामीणों की मदद करेगा साथ ही स्पैक्ट्रा संस्था सुगमकर्ता संस्था के रूप में ग्रामीणों का सहयोग करेगी। कार्यक्रम के अंत में स्पैक्ट्रा संस्था के ब्लॉक कार्डिनेटर गुलाब शर्मा ने इस समीक्षा बैठक में उपस्थित हुए सभी का धन्यवाद किया और साथ ही अपेक्षा की गई कि सब लोग इस कार्यक्रम को और अधिक मजबूत बनाएंगे।
इस कार्यक्रम में पंजाब नेशनल बैंक इस्माइलपुर शाखा प्रबंधक अजय कुमार, स्पैक्ट्रा संस्था से हुक्म सिंह, रूखसाना के अलावा विशम्बर दयाल,लच्छी राम, धर्मवीर, विक्रम, सतीश,किशन, केलादेवी, श्यामवती, विमला, मनोज के साथ लगभग 40 अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।