जोन स्तरीय महिला संत समागम हर्षोल्लास पूर्वक हुआ संपन्न शुकराना ही भक्ति है
खैरथल। हर हाल में दाता का शुकर मनाना ही वास्तविक भक्ति है उक्त विचार अलवर जिले के राजगढ़ स्तिथ निरंकारी सत्संग भवन पर आयोजित जोन स्तरीय महिला संत समागम के अवसर पर गुड़गांव से पधारी विदुषी बहन शमा चुघ जी ने उपस्थित श्रद्धालु बहनों को संबोधित करते हुए कहे।
आगे बहन जी ने कहा कि जिस घर में प्रभु नाम का वास होता है वह घर स्वर्ग की भांति सुंदर बन जाता है नाम के रंग में रंगे भक्त हमेशा प्रीत प्यार एवं सौहार्द पूर्ण जीवन जीते हैं ऐसे भक्त हर समय प्रभु को अंग संग मानकर संसार के परोपकार के लिए जीवन जीते हैं।
संत निरंकारी मंडल अलवर के मीडिया प्रभारी (प्रेस एण्ड पब्लिसिटी ) अमृत खत्री ने बताया कि इस अवसर पर बहनों ने गीत,विचार, लघु नाटिका एवं कविता के माध्यम से सतगुरु माता जी का पावन आशीर्वाद प्राप्त किया जिसमें अलवर जिले से विमला एवं साथी द्वारा राजस्थानी गीत "यो तो पल में राम मिलावे इसरो जस नर नारी गावे" एवं तिजारा से बहन बीना एवं साथी ने " म्हारी है माताजी मेहरा वाली" गीत की प्रस्तुति दी जो कि महिला संत समागम के विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
यह संत समागम अलवर जिला संयोजक सोमनाथ के मार्गदर्शन एवं राजगढ़ के मुखी रामावतार की देखरेख एवं निरंकारी सेवादार भाई बहनों के अहम योगदान द्वारा प्रातः 11:00 बजे से प्रारम्भ होकर दोपहर 2:00 बजे तक हर्षउल्लास पूर्वक संपन्न हुआ, इस संत समागम में अलवर जिले सहित धौलपुर, भरतपुर एवं पाओटा आदि स्थानों से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु बहनों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।