कैंसर जैसे असाध्य रोगों को भी जीया जा सकता है

कैंसर जैसे असाध्य रोगों को भी जीया जा सकता है

अक्षय तृतीया और ईद मिलन पर गीत संगीत कार्यक्रम में दिया संदेश 

खैरथल। इण्डिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी द्वारा अक्षय तृतीया और ईद मिलन के शुभावसर पर स्वादिष्ट चटपटे व्यंजनों के साथ हास्य, हर्ष, उमंग , उल्लास और नृत्य से भरपूर  गीत संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ लाल थदानी वरिष्ठ जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कैंसर उपचारित कैप्टन माही का परिचय देते हुए बताया कैंसर जैसे असाध्य रोगों को भी जीया जा सकता है । गीत संगीत के लिए सशक्त माध्यम है ।
इस अवसर पर जेएल‌एन मेडिकल कॉलेज की वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ दीपा थदानी ने कमरजहां और लता लख़्यानी के साथ हंसता हुआ नूरानी चेहरा और सोलो क्या हुआ तेरा वादा , कप्तान माहीं ने नीले नीले अंबर पर की तर्ज पर स्वर्ग की आयी सुंदर परी स्वरबद्ध किया हुआ आसमां से आई एक नन्ही परी सी गीत सुनाकर प्रभावित किया।
कार्यक्रम के दौरान लता लख़्यानी ने केक काटकर जन्म दिन मनाया और शकील खां के साथ किसी नजर को तेरा इंतजार, तनिष्क माथुर के साथ आंखों की गुस्ताखियां माफ हो, शरद शर्मा के साथ, डॉ सतीश शर्मा के साथ कहीं दीप जले आना, डॉ लाल थदानी के साथ ए मेरे हमसफ़र सुंदर युगल गायकी प्रस्तुत की ।
अध्यक्ष निर्मल परिहार ने छूकर मेरे मन को , महासचिव कुंज बिहारी लाल ने हाल क्या है ना पूछो सनम, अब्दुल हनीफ ने रुख से जरा नकाब हटा दो , श्रीमती उषा मित्तल रुक जा ए हवा, गोपेन्द्र राठौड़ ने आप आएं तो ख़याल आया,  तनिष्क माथुर जीया जाए ना जाए ओ रे पीया रे , कुमकुम जैन तूने ओ रंगीले कैसा जादू किया , रश्मि मिश्रा,मैं तेरे इश्क में , वंदना मिश्रा  मिलती है जिन्दगी में मोहब्बत कभी ने सबकी तालियां बटोरी।
एडवोकेट राजेश टैकचंदानी, अशोक मटाई ने तुमको देखा तो ये ख्याल आया,रितु मोती रमानी ने मुझे मस्त हाल में जीने दे सबको प्रभावित किया।
कार्यक्रम में केशव लख़्यानी , विजय कुमार शर्मा , सरला शर्मा, ने आगुंतकों का स्वागत किया। अंत में सोसाइटी के सदस्यों ने बार बार दिन ये आए, चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना सामूहिक गीत और वंदे मातरम उद्घघोष के साथ के साथ कार्यक्रम का समापन किया ।