शमशान भूमि की चार दिवारी निर्माण हेतु सैकड़ों वर्षो पुराना मामला सुलझा 

शमशान भूमि की चार दिवारी निर्माण हेतु सैकड़ों वर्षो पुराना मामला सुलझा 


सादुलपुर,। राजगढ उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत राघा बड़ी की शमशान भूमि की चार दिवारी निर्माण हेतु सैकड़ों वर्षो पुराना मामला शमशान भूमि के निकट लगते खेतों के कृषकों के साथ बातचीत करने के साथ ही राघा बड़ी सरपंच की अगुवाई में आपसी सुलह के साथ सुलझा लिया गया है। सरपंच रामनिवास मितड़ ने बताया कि हमनें सभी नेहरा परिवार एवं ग्रामीणों के साथ बातचीत करके बिना कोई आपसी विवाद के शमशान भूमि की चार दिवारी के निर्माण हेतु बातचीत के लिए वार्ता की तथा आपसी सहमति से वार्ता सफल रही। वहीं इसी दौरान सरपंच एवं ग्रामीणों के माध्यम से सकारात्मक फैसला होने पर ग्रामीण खुश नजर आए एवं सरपंच ने भी सभी ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर दिलसुख नेहरा, मास्टर सुरेंद्र सिंह नेहरा, मेवा सिंह नेहरा, विजेंद्र सिंह नेहरा, अनिल नेहरा व मास्टर बलवान सिंह नेहरा काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत की शमशान भूमि की जमीन एवं खेतों की लगती जमीन को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाए जाने पर सरपंच की सकारात्मक पहल का स्वागत किया। वहीं सरपंच ने ग्रामीणों ने फैसले को स्वीकार करते हुए ग्रामीणों का आभार जताया। 
फोटो-05 राघा बड़ी की शमशान भूमि की चार दिवारी निर्माण हेतु भूमि से लगने वाले खेतों के कृषको से वार्ता कर मामले का सुलझाते हुए राघा बड़ी सरपंच रामनिवास मितड़