जिला कलक्टर ने जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना को चरणबद्ध रूप में अमल में लाने के दिए निर्देश

जिला कलक्टर ने जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना को चरणबद्ध रूप में अमल में लाने के दिए निर्देश

अलवर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक को निर्देशित किया कि जिले के पर्यटन को बढावा देने के लिए विभागों से समन्वय कर नवीन कार्य योजना तैयार कर उसे अमल में लाए। उन्होंने सहायक निदेशक पर्यटन विभाग एवं उप वन संरक्षक अलवर को निर्देश दिये कि फरवरी माह में पलाश उत्सव मनाया जाए उसके लिए पूर्ण तैयारी सुनिश्चित करें सरकारी स्कूलों के बच्चों को चूहडसिद्ध पर बने लव-कुश वाटिका के पास ट्रैकिंग हेतु लाया जाए। इससे बच्चों में पर्यटन के प्रति रूचि पैदा होगी। साथ ही भौतिक रूप से सीखने एवं जानने के अवसर भी मिलेंगे।
उन्होंने निर्देश दिये कि अलवर के पर्यटन स्थलों की एक ही जगह पर हिन्दी एवं अंग्रेजी में जानकारी हेतु एक मोबाइल एप डवलप करावे जिसमें पर्यटन स्थलों की डिटेल के साथ गूगल लोकेशन अपडेट रहे। उन्होंने निर्देश दिये कि अलवर जिले के पर्यटन स्थलों के करीब जाने पर मोबाइल मे नोटिफिकेशन देने वाले मोबाइल एप को विकसित करावे जिसमें पर्यटन स्थल के पास जाने पर नोटिफिकेशन में तीन ऑपशन आए जिसमें पर्यटन स्थल की जानकारी सुनने तुरन्त पढने एवं पीडीएफ डाउनलोड करने का ऑपशन रहे। उन्होंने निर्देश दिये कि अलवर के पर्यटन स्थलों की जानकारी हेतु एक डिजिटल कॉफी टेबल बुक 'अलवर थ्रू लेंसेस' के नाम से तैयार करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि अलवर टाईगर के चित्र के लेपल पिन' मेटल के तैयार करवाए तथा पर्यटन स्थलों की जानकारी हेतु ब्रोशर / लिफलेटर तैयार करावे।
उन्होंने यूआईटी की सचिव को निर्देश दिये कि आगामी एक सप्ताह में सागर में लगे सभी फाउन्टेन चालू करावे। उन्होंने यूआईटी, पुलिस और पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बालाकिला में वेपन म्यूजियम के कार्य को गति देवे। उन्होंने निर्देश दिये कि अलवर जिले के पर्यटन स्थलों के लिए की गई बजट घोषणाओं को प्राथमिकता से पूर्ण करावे। उन्होंने कहा कि रैणी में हेमू के पैनोरमा के लिए भूमि का आवंटन, रैणी में ही लवकुश वाटिका हेतु वन विभाग द्वारा जमीन को चिन्हीकरण व बाबा मोहनराम मंदिर, बराई माता मंदिर विकास कार्य कराने हेतु कार्य योजना बनाकर उसे अमल में लाए। उन्होंने निर्देश दिये कि डढीकर के शैल चित्रों का संरक्षण एवं उनके प्रचार-प्रसार का कार्य करावे ।
उन्होंने निर्देश दिये कि आगामी जिला पर्यटन समिति की बैठक पर्यटन स्थल पर कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि जिले के पर्यटन स्थलों के विकास की संभावना एवं उनके प्रचार-प्रसार के लिए सामूहिक रूप से कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिये कि जिले के पर्यटन स्थलों पर आधारित साइनेज प्रमुख मार्गों पर लगाए जाए। उन्होंने पीडब्ल्यूडी यूआईटी, पुलिस, उपखण्ड
अधिकारी एवं विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि सिलीसेढ झील की ओर जाने वाली सडक पर अतिक्रमण को चिन्हित कर हटाए साथ ही यह सुनिश्चित करें कि नए अतिक्रमण नहीं होवे। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये कि लाल डिग्गी में पानी लाने के कार्य को गति प्रदान करें।
बैठक में बीडा भिवाडी के सीईओ रोहिताश सिंह तोमर, एडीएम प्रथम उत्तम सिंह शेखावत, डीएफओ अलवर ए.के श्रीवास्तव, यूआईटी सचिव जितेन्द्र सिंह नरूका, पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक टीना यादव, संग्रहालय अध्यक्ष प्रतिभा यादव, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियन्ता संगीत अरोडा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।