मैं तो चला था अकेला कारवां बनता गया अपने अभिनंदन समारोह में बोले राठौड़

चूरू। मैं तो राजनीतिक जमीन तलाश रहा था, चूरू सरजमी पर पावं रखा तो इस मरुस्थल के प्रवेश द्वार ने हाथ पकड़ा। मैं तो चला था अकेला कि कारवां बनता गया। यह कहना था नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ का जो चूरू के जैन गेस्ट हाउस में अपने अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे।
खाद्य पदार्थ व्यापार संघ चूरू की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में नेता प्रतिपक्ष ने कहा साढ़े तीन दशक पूर्व वे आए थे तब राजू भैया थे और आज वे चाचा-ताऊ बन गए। समय का कालचक्र कितनी तेज गति से घूमता है। यह हमने देखा। उनका कहना था कि राजनीति काजल की कोटरी है जिससे बेदाग होकर निकलना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने चूरू के विकास में जितना बन पड़ा किया लेकिन इसका श्रेय चूरू जनपद को है। वे तो निमित्त मात्र है, आनेवाला समय चुनौतीपूर्ण है।
चूरू से चुनाव लड़ने के सवाल पर क्या बोले राठौड़
चूरू से चुनाव लड़ने के लिए उठे सवाल पर राठौड़ स्पष्ट तो नहीं बोले लेकिन उन्होंने यह अवश्य कहा कि कहा कि आनेवाला कल हमारे महत्वपूर्ण ही नहीं एक कड़ी अग्नि परीक्षा है। चूरू उनकी कर्मभूमि है, चूरू जनपद मेरा परिवार है। मैं आज जो भी हूं चूरू जनपद परिवार की बदौलत हूं। राजनीति चतुराई में माहिर राठौड़ ने क्या कहा यह किसी के समझ में नहीं आया लेकिन वे यह तो कह गए कि चूरू उनके ह्रदय में बसता है। कल क्या होगा यह आनेवाला समय ही बताएगा।
पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने राठौड़ के कतृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि राठौड़ ने गरीब को गणेश मानकर कार्य किया है। यह चूरू जनपद जानता है। यदि राठौड़ चूरू छोड़ते है तो यह हमारा दुर्भाग्य होगा। उन्होंने कहा यह राजनीतिक मंच नहीं है इसलिए राजनीति की बातें यहां की जाए यह उचित नहीं है।
पूर्व सभापति विजय शर्मा ने सीधे ही कह दिया कि सुना है इस बार नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ चूरू से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। यह यदि उनका निर्णय है तो वह हमारेलिए ठीक है। हमें उन्हें जाने नहीं देना चाहिए। समारोह की अध्यक्षता कर रहे जिला उद्योग व्यापर संघ के अध्यक्ष विमल सारस्वत, प्रधान दीपचंद राहड़, पूर्व सभापति गौरीशंकर मण्डाववाला, खाद्य व्यापार संघ के पवन बगड़िया ने भी विचार व्यक्त किए।
व्यापार संघ के विनोद लूणिया, सुशील बजाज, जगदीश भालेरीवाला, मुरलीधर ऊंटवालिया, रामनिवास सरोठिया व अशोक बजाज ने माल्यार्पण कर, शॉल ओढाकर व प्रतीक चिन्ह देकर नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ का अभिनंदन किया। इससे पूर्व सुनील भाउवाला, डॉ.एमएल शामसुखा, डॉ.पी.पी.गोयल, डॉ.प्रमोद बाजोरिया, डॉ. संदीप अग्रवाल, एडवोकेट नवरत्न नोवाल, प्रेमप्रकाश खण्डेलवाल, कल्पेश सर्राफ, शिवकुमार गोयनका, संतोष महनसरिया, संजय सरावगी, प्रदीप सरावगी, सुरेश बजाज व अशोक गोयनका सहित अनेक व्यापारी बंधुओं ने राठौड़ का स्वागत किया। संचालन मुकुल भाटी ने किया।