चार मृतकों का गमगीन माहौल में किया गया अंतिम संस्कार 

चार मृतकों का गमगीन माहौल में किया गया अंतिम संस्कार 


सुजानगढ़ (नि.सं.)। टाडां व मलसीसर गांव के चार लोगों की मौत यूपी में हुए सड़क हादसे में हो गई थी। चारों मृतकों के शव बुधवार को सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचे। रमेश जांगिड़ का अंतिम संस्कार मलसीसर गांव में किया गया। वहीं टाडां गांव में तीनों मृतकों को नेमींचद, बाबूलाल व कैलाश जांगिड़ का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। ज्योंहि तीनों के शव घर पहुंचे, तो घर में कोहराम मच गया। गोरखपुर में शादी समारोह में शामिल होकर वापस राजस्थान लौटते वक्त ये हादसा हुआ। पूर्व उप प्रधान दीवानसिंह भानीसरिया, सरपंच प्रतिनिधि अजीतसिंह सहित सैंकड़ों की संख्या में लोग टाडां गांव पहुंचे और अंतिम यात्रा में शामिल होकर तीनों मृतकों को अपनी अंतिम श्रद्धांजली अर्पित की। वहीं पूर्व उप प्रधान दीवानसिंह भानिसरिया, सरपंच प्रतिनिधि अजीतसिंह ने राज्य सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिजनों की आर्थिक सहायता अधिक से अधिक की जावे, ताकि बच्चों की कुछ मदद हो सके। 
 लोगों ने बताया कि बाबूलाल जांगिड़ के परिवार में उनकी पत्नी भगवतीदेवी, पुत्री सोना, मोना, सपना, आकाश व तनवीर हैं। इनमें से दो की उम्र दस साल से कम है। इसी प्रकार कैलाश जांगिड़ के घर में भी उनकी पत्नी सुमनदेवी, पुत्री आरती व आयना, 8 वर्षीय पुत्र दिवेश हैं। दोनों मृतकों की एक भी संतान शादीशुदा नहीं है। इसी प्रकार नेमीचंद के घर में उनकी पत्नी केसरदेवी, पुत्री करिश्मा व कुमकुम, पुत्र हरीश हैं। केवल करिश्मा एकमात्र शादीशुदा है। परिवारों की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। 

उपखंड अधिकारी मिले घायलों से -
 उतर प्रदेश में हुए सड़क हादसे में घायल 3 लोगो को सुजानगढ़ अस्पताल लाया गया। जहां टीम हारे का सहारा संयोजक श्याम स्वर्णकार आदि ने इमरजेंसी में उनका इलाज शुरू कराया। घायलों में विनोद, गोमता, तनवीर के नाम शामिल हैं। उपखंड अधिकारी मूलचंद लूणिया, तहसीलदार प्रवीण कुमार ने अस्पताल पहुंचकर घायलों के ईलाज की जानकारी ली। उपखंड अधिकारी मूलचंद लूणिया ने बताया कि मृतकों के नाम चिरंजिवी योजना में हैं या नहीं इसका पता लगाया जा रहा है, अगर चिरंजीवी में पंजीकृत हैं, तो प्रशासन द्वारा मुआवजे की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी।