सामाजिक विकास और शांति का प्रतीक है अन्तरराष्ट्रीय खेल दिवस - डॉ. कृष्णा पूनिया
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के खेल जगत को दी है अनेक सौंगातें
जयपुर। प्रदेश के खिलाड़ियों को अन्तरराष्ट्रीय खेल दिवस पर बधाई देते हुए राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष पदमश्री डॉक्टर कृष्णा पूनिया ने कहा कि विकास और शांति के लिए अन्तरराष्ट्रीय खेल दिवस सामाजिक परिवर्तन और सामुदायिक विकास को चलाने और शंाति व समाज को बढ़ावा देने के लिए खेल की भूमिका प्रदर्शित करने का एक सशक्त माध्यम है।
डॉ. पूनिया ने बताया कि सयुंक्तराष्ट्र संघ ने 23 अगस्त 2013 को प्रतिवर्ष 6 अप्रेल को अन्तरराष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई थी। अन्तरराष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी के संस्थापक सह आधुनिक ओलम्पिक खेलों क ेजनक के प्रयास से 6 अप्रेल 1996 को एथेंस (ग्रीस) में प्रथम आधुनिक ओलम्पिक खेलों का उद्वघाटन हुआ। इस दिन को अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेलों का वातावरण बनाने व युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक करने के लिए देश - दुनिया के सबसे बड़े खेल महाकुंभ के रूप में राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल का सफल आयोजन कर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने का काम किया है। साथ ही इस साल राजीव गांधी ग्रामीण व शहरी ओलम्पिक खेल के आयोजन की घोषणा करते हुए 150 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान कर राज्य में खेल की अलग को जगाएं रखने का अनुकरणीय काम किया है।
डॉ. पूनिया ने कहा कि आने वाला समय खेल व खिलाड़ियों के सुनहरे भविष्य को लेकर काफी सुखद होने वाला है।