कृषि उपज मंडी में सरसों व चने की तुलाई एक बार फिर विवादों में, घटिया सरसों बताकर पैसे लेने के पहले आ चूके मामले सामने, क्रय विक्रय सहकारी समिति चेयरमैन ने कहा करवाएंगे जांच

कृषि उपज मंडी में सरसों व चने की तुलाई एक बार फिर विवादों में, घटिया सरसों बताकर पैसे लेने के पहले आ चूके मामले सामने, क्रय विक्रय सहकारी समिति चेयरमैन ने कहा करवाएंगे जांच


सरदारशहर। क्रय-विक्रय सहकारी समिति पर ठेकेदार प्रति टोकन 30 किलो चना व सरसों ले रहा है ज्यादा, अगर यही धारा चलता रहा तो 9 टन वजन का किसानों के लगेगा चूना, 19 लाख रूपयों का हो सकता है तोल में गबन, क्रय-विक्रय सहकारी समिति हमेशा ही भष्ट्राचार के विवादों में रही है, ऐसे में 2018 में यहां पर 3 करोड़ रूपयों का मुगफली तुलाई में गबन करने का मामले के भेंट चढने के बाद यह समिति ब्लेक लिस्ट हो गई थी। ऐसे में इस बार भी किसानों से खरीद केंद्र पर चना व सरसों तुलाई मामले में ज्यादा तोल व घटिया सरसों बताकर पैसे लेने का मामला सामने आया है।  ऐसे में सोमवार को मंडी में उपस्थित किसान मुखराम जाट ने बताया कि नियम से सरसों 50 केजी प्रति बैग प्लस 750 ग्राम बारदाने के तुलाई होनी चाहिए। लेकिन यहां पर बारदाने के नाम पर 50 केजी वजन पर प्रति बैग का 1 किलो 400 से 700 ग्राम वजट एक्सट्रा लिया जा रहा है। ऐसे में एक टोकन पर 25 क्विंटल चने व सरसों की तुलाई होती है। टोटल 1220 टोकनों की तुलाई होनी है। ऐसे में अगर वर्तमान में तुलाई चल रही है यू ही चली तो 1220 टोकन के हिसाब से 9 टन वजन का किसानों के ठेकेदार चुना लगाकर 19 लाख रूपयों का केवल तोल में गबन कर जायेगा। ढाणी कालेरा के कन्हैयालाल ने बताया कि इस खरीद केंद्र पर जो किसान पैसे देता है उसका तो माल बिना पंखा लगाए ही तोल दिया जाता है। जो पैसे देने में सक्षम नही होता है जो पैसे नहीं देता है उनकी उपज को हल्की क्वालिटी बताकर रिजेक्ट कर दिया जाता है। यह एक तरीके से खरीद केंद्र भष्ट्राचार की भेंट चढ गया है। क्योंकि इस केंद्र पर ठेकेदार वो कार्य कर रहा है जो लगातार इस मंडी में मूगफली व सरसों चने आदि की तुलाई करता आया है। जो किसान व राजनेता प्रभाव शाली होता है उनका तो माल बिना पैसे तोल देता है जो सीधा-साधा किसान अपनी उपज लेकर आता है उनका माल रिजेक्ट कर देता है। उनको परेशान करते है उसके बाद उसको मजबूर होकर पैसे देने ही पड़ते है।

आज में बाहर हूं वजन ज्यादा पाया गया तो फर्म होगी ब्लेकलिस्ट

सरदारशहर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के मुख्य व्यवस्थापक सुनिल कुमार मांडिया ने बताया कि आज में बाहर हूं। अगर बारदाने के हिसाब से वजन ज्यादा लिया जा रहा है। संबधित फर्म के खिलाफ कार्रवाही की जायेगी। सरसों के भरे हुए बैगों को तोला जायेगा। गौरतालब है कि इनसे पहले गाड़ियां वेर हाउस में भेज दी गई है।

किसानों के साथ अन्याय नहीं होने का कर चुके है चेयरमैन दावा

सरदारशहर क्रय-विक्रय समिति के नव निर्वाचित चेयरमैन लालचंद छीरंग ने कहा था कि में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दूंगा। लेकिन अब उलटा होता नजर आ रहा है। चेयरमैन छीरंग ने कहा कि अगर ठेकेदार के द्वारा भष्ट्राचार किया गया तो उनको बदल दिया जायेगा। जांच करवाई जायेगी। 

लूणकरनसर व श्रीडूंगरगढ, सुजानगढ में बारदाने के नाम पर नहीं लेते है, एक्सट्रा व पंखा तक नहीं लगाते है


किसान नेता रामेश्वरलाल पूनियां ने बताया कि मंडी में खरीद केंद्र चालू हुआ तब यू लगा कि यहां पर किसानों का भला किया जायेगा। लेकिन शुरू होते ही यहां पर तो उल्टा होने लग गया। चूरू के सुजानगढ व बीकानेर के लूणकरनसर श्रीडूंगरगढ में भी सरसों चने की तुलाई की जा रही है। वहां पर बारदाने के नाम पर एक्स्ट्रा वजन नहीं ले रहे है ना ही किसानों को परेशान किया जा रहा है। किसानों ने कहा कि इस ठेकेदार को हटाकर दूसरा लगा दिया जाए तो कट्रोल हो सकता है। क्योकि यह ठेकेदार लंबे समय से इस खरीद केंद पर कार्य कर रहा है।

नियम के हिसाब से माल की क्वालिटी कर्मचारी चेक करते है, जबकि यहां पर ठेकेदार ही करता है यह कार्य

खरीद केंद्र पर माल की क्वालिटी चेक करने के लिए क्रय-विक्रय सहकारी समिति के कर्मचारी माल को तय करते है कि किस क्वालिटी का माल है। जबकि यहां पर ठेकेदार व इनके छोड़े गए लोगों को ही काम दे रखा है। प्राईवेट ठेकेदार सही माल को भी गलत बताकर रिजेक्ट कर देता है। इस संबध में मुख्य व्यवस्थापक सुनिल मांडिया ने बताया कि ठेकेदार का कार्य केवल माल उठाना होता है। उसको माल की क्वालिटी चेक करने का अधिकार नहीं है। जबकि ठेकेदार किशन का कहना है कि ऐसा कोई मामला नहीं है सारे आरोप गलत है।