सजावटी वाहनों से बढ़ता खतरा: सड़क सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ति क्यों?
अलवर। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान वाहनों की सजावट और नियमों की अनदेखी पर सवाल उठते रहे हैं। वाहनों पर बने शेरो-शायरी, पेंटिंग, कानफोड़ू हॉर्न और अन्य सजावट न केवल ध्यान भटकाते हैं, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण भी बनते हैं।
दुपहिया से लेकर भारी वाहनों तक पर सजावट का यह चलन आम हो गया है, लेकिन प्रादेशिक परिवहन विभाग और यातायात पुलिस इसे रोकने में नाकाम रहे हैं। अधिकारी केवल टारगेट पूरे करने में व्यस्त रहते हैं, जबकि सड़क पर इन खतरनाक सजावटों के कारण हादसे बढ़ रहे हैं।
छोटे नेता और जनप्रतिनिधि तक यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी गाड़ियों पर अनाधिकृत पदनाम लिखवाते नजर आते हैं। सड़क सुरक्षा नियमों के तहत वाहनों को सादा और सुरक्षित रखना अनिवार्य है, लेकिन इसे नज़रअंदाज किया जा रहा है।
आवश्यक है कि परिवहन विभाग और यातायात पुलिस सजावटी वाहनों पर सख्त कार्रवाई करे। यदि समय पर कदम नहीं उठाए गए, तो सड़क दुर्घटनाओं की संख्या और बढ़ सकती है। सजावटी वाहनों पर रोक लगाना और नियमों का पालन सुनिश्चित करना अब समय की मांग है।