बालिका जन्म के प्रति बदलेगी सोच - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
जयपुर टाइम्स
**अलवर** - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार की नई योजना 'लाडो प्रोत्साहन योजना' की घोषणा की, जो 1 अगस्त से लागू होगी। इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवार में जन्म लेने वाली बालिकाओं के पालन-पोषण और शिक्षा को सुनिश्चित करना है। इस योजना के तहत बालिकाओं को जन्म से लेकर 21 वर्ष की आयु तक आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना में बालिका के जन्म पर 1 लाख रुपए का सेविंग बॉण्ड दिया जाएगा। यह योजना बालिका शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को कम करने के साथ ही बालिकाओं के विद्यालय में नामांकन और ठहराव को बढ़ावा देगी। इससे बाल विवाह में भी कमी आएगी।
**लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत देय राशि:**
1. **पहली किश्त**: 2500 रुपए (संस्थागत प्रसव के तहत बालिका का जन्म)
2. **दूसरी किश्त**: 2500 रुपए (बालिका के एक वर्ष की आयु पूरी करने और सभी टीकाकरण के बाद)
3. **तीसरी किश्त**: 4 हजार रुपए (प्रथम कक्षा में प्रवेश)
4. **चौथी किश्त**: 5 हजार रुपए (छठी कक्षा में प्रवेश)
5. **पांचवी किश्त**: 11 हजार रुपए (दसवीं कक्षा में प्रवेश)
6. **छठी किश्त**: 25 हजार रुपए (बारहवीं कक्षा में प्रवेश)
7. **सातवीं किश्त**: 50 हजार रुपए (स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने और 21 वर्ष की आयु पूरी करने पर)
योजना का लाभ पाने के लिए बालिका का जन्म राजकीय चिकित्सा संस्थान या जननी सुरक्षा योजना के लिए अधिस्वीकृत निजी चिकित्सा संस्थान में होना आवश्यक है। इसके अलावा, प्रसूता का राजस्थान की मूल निवासी होना भी जरूरी है। योजना के तहत प्रत्येक बालिका को यूनिक आईडी या पीसीटीएस आईडी नंबर दिया जाएगा।
**पर्यवेक्षण एवं क्रियान्वयन:**
योजना का प्रशासनिक विभाग निदेशालय महिला अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास होगा। जिला स्तर पर योजना की समीक्षा संबंधित जिला कलक्टर द्वारा प्रत्येक तीन माह में की जाएगी। योजना का पर्यवेक्षण 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' योजना की जिला टास्क फोर्स द्वारा किया जाएगा।
इस अभिनव योजना के माध्यम से राज्य सरकार बालिका जन्म के प्रति समाज की सोच को बदलने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।