Memorandum sent to Chief Minister regarding removal of encroachment from Kansavati river flow area.

भारत जोड़ों यात्रा में राहुल गांधी को भी अवगत कराया था नदी में अतिक्रमण को लेकर।

पाटन नीमकाथाना(निसं)। राजस्थान जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वयक सामाजिक कार्यकर्ता पीयुसिएल के राष्ट्रीय संगठन सचिव कैलाश मीणा ने भारत जोड़ों यात्रा में विगत दिनों 20 दिसम्बर को अरावली, पर्यावरण पर खनन के प्रभाव पर कांसावती नदी में से अतिक्रमण हटाने के सुझाव पर दूसरे ही दिन खनन माफियाओं द्वारा नदी अवरुद्ध कर करने को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में मीणा ने बताया कि भारत जोड़ों यात्रा में माननीय राहुल गांधी द्वारा 20 दिसम्बर को अलवर में सामाजिक कार्यकर्ताओ के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में चर्चा में नीमकाथाना की कांसावती नदी को अवरुद्ध कर देने पर कार्यवाही का आश्वासन दिया था । लेकिन कार्यवाही होने बजाय दूसरे ही दिन खनन माफियाओं द्वारा जीर की घाटी में कांसावती के बीच में से ट्रक, डंफरों का आने जानें का रास्ता बना लिया है। ऐसा लगता है खनन माफियाओं के सामने सरकार लाचार है । इसी प्रकरण को लेकर पूर्व में भी वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मेघा पाटकर के साथ भी जयपुर में पत्र दिया था लेकिन कार्यवाही होने के बजाय खनन माफियाओं के हौसले बुलन्द हैं। मीणा ने मुख्यमंत्री से कांसावती नदी से तुरन्त अतिक्रमण हटा कर दोषियों के विरूद्ध और इसके लिए जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग रखी।