आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड ने किया आरटीडीसी के होटलों का निरीक्षण
होटलों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने, पर्यटकों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के दिए निर्देश
अलवर। आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने आरटीडीसी के सिलीसेढ़ व सरिस्का टाइगर डेन होटल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं जायजा लिया। आरटीडीसी के चेयरमैन राठौड ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि होटल की मरम्मत, सौन्दर्यकरण आदि के कार्यों का विशेष ध्यान रखे जिससे पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पडे। उन्होंने निर्देश दिये कि होटल में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को अलवर
के पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों की जानकारी प्रदान करे ताकि पर्यटन उद्योग में गति लाई जा सके। उन्होंने होटल की सुविधाओं में विस्तार करने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग को बढ़ाने में आरटीडीसी के होटल की महत्वपूर्ण भूमिका है अतः पर्यटकों से सद्व्यहार व उनको बेहतर सुविधा प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आरटीडीसी के होटलों के विकास के लिए फण्ड की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दोनों होटलों के लिए पर्याप्त बजट मुहैया कराया गया है। उन्होंने कहा कि सिलीसेढ होटल के लिए करीब 80 लाख रूपये एवं टाइगर डेन होटल के लिए करीब 1 करोड़ 30 लाख रूपये की राशि स्वीकृति की गई है जिससे इन होटल के सौन्दर्यकरण व अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व० राजीव गांधी अपने अलवर प्रवास के दौरान टाइगर डेन होटल में रूके थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्व0 राजीव गांधी की यादों को चिरस्थाई बनाने हेतु टाइगर डेन होटल व उनके द्वारा होटल के हॉल में की गई कॉन्फ्रेंस हॉल को उनके नाम पर रखने का आरटीडीसी बोर्ड में प्रस्ताव रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रणथम्भौर होटल व टाइगर डेन होटल की सुविधाओं में विस्तार कर विशेष बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरोहरों व पर्यटनों स्थलों को बढावा देकर विकास के कार्य कराए जा रहे है ताकि अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि ट्यूरिज्म उद्योग को बढावा देने हेतु 1500 करोड रूपये का फण्ड रखा गया है तथा पर्यटकों की सुविधाओं में विस्तार करते हुए पैलेस ऑन व्हील का संचालन किया गया है। इसके पश्चात उन्होंने टाइगर डेन होटल के स्टाफ क्वार्टर्स का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये ।