त्रिवेणी संगम कार्यक्रम में लिया जैन एकता का संकल्प लिया
बिजौलियां(जगदीश सोनी)।बड़े दिगंबर जैन मंदिर में आयोजित त्रिवेणी संगम कार्यक्रम में दिगम्बर जैन मुनियों और श्वेताम्बर जैन मुनियों की मौजूदगी में जैन एकता का संकल्प लिया गया।इस अवसर पर दिगंबर जैन मुनि सुप्रभ सागर जी ने कहा कि महावीर की उपासना करने के बजाए उनके नाम पर हम कण-कण में बिखर गए हैं।
दिगम्बर जैन मुनि दर्शित सागर जी ने कहा कि पूजा- पद्धति और आचार संहिता के नाम पर बिखरना अधर्म और पाप हैं।राष्ट्रसंत कमलेश मुनि कमलेश ने कहा कि
विघटनकारी तत्वों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एकता को मजबूत करने वाला ही सच्चा धार्मिक और महापुरुषों का सपूत हैं। वात्सल्य करुणा प्रेम और सद्भाव ही धर्म का असली प्राण है। इनकी रक्षा करना धर्म और परमात्मा की रक्षा करने के समान है। महंत गोविंदाचार्य ने कहा कि हिंसा,व्यसनऔर पाश्चात्य संस्कृति के हमले से सनातन संस्कृति की रक्षा करना है तो सभी को एक मंच पर आना होगा।दिगंबर जैन समाज की ओर से राष्ट्रसंत का अभिनंदन किया गया और सभी ने जैन एकता के साथ ही महावीर जयंती,हनुमान जयंती व रामनवमी एक साथ मनाने का संकल्प लिया गया