केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने की आईटीबीपी अलवर द्वारा आईटीबीपी के जवानों की दी जा रही ट्रेनिंग की सराहना

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने की आईटीबीपी अलवर द्वारा आईटीबीपी के जवानों की दी जा रही ट्रेनिंग की सराहना


- आईटीबीपी अलवर में प्रशिक्षणार्थी छात्रावास और परिवार आवासीय भवनों का हुआ उद्घाटन
अलवर। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानन्द राय द्वारा बुधवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस आईटीबीपी केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय सेंट्रल ट्रेनिंग कॉलेज सीटीसी के नव भवनों का उद्घाटन किया गया। सीटीसी आईटीबीपीए अलवर शहर से 25 किलोमीटर दूर रामगढ़ के बेरावास गांव में स्थित है। इन नवनिर्मित भवनों में 2 प्रशिक्षणार्थी छात्रावास और 83 परिवार आवास शामिल हैं।
इन भवनों को क्रमश: संस्थान के प्रशिक्षुओं और बल के जवानों और उनके परिवारों के प्रयोग लिए बनाया गया है। इन आवासों के बनने से अब सीटीसी आईटीबीपी में पदस्थ जवानों और उनके परिवारों का 100 फीसदी हाउसिंग सैटिसफैक्शन उपलब्ध हो गई है, जिससे कैंपस में पदस्थ सभी रैंक परिवार के साथ कैंप परिसर में रह सकेंगे। बुधवार को उद्घाटन हुए इन दोनों छात्रावासों में कुल 800 प्रशिक्षु रह सकते हैं। इन छात्रावासों में खास बात यह है कि किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में ये पहले ऐसे छात्रावास हैं जिनमें पूर्णतया केंद्रीय एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगे हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने सीटीसीए आईटीबीपी अलवर द्वारा आईटीबीपी के जवानों की दी जा रही ट्रेनिंग की सराहना की। उन्होंने बल के हिमवीरों द्वारा देश की संप्रभुता को कायम रखने, सीमा सुरक्षा और विभिन्न प्रकार की सुरक्षा ड्यूटियों में दिए जा रहे योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आईटीबीपीए सरकार के लैगशिप मिशनों के व्यापक प्रचार-प्रयास व उनके कार्यान्वयन और आपदा के दौरान राहत और बचाव के उत्कृष्ट कार्य करती रही है, जिसपर राष्ट्र को गर्व है।
आईटीबीपी डीजीए अनीश दयाल सिंह ने अपने स्वागत संबोधन में बल की उपलब्धियों और देश सेवा में इसके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए हमेशा समर्पित है और अपने आदर्श वाक्य शौर्य, दृढ़ता, कर्मनिष्ठा के भाव से राष्ट्र की सेवा करती रहेगी। इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्ति, सहयोगी संगठनों व स्थानीय पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारी, आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय निवासी और जवान उपस्थित रहे।    
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की भर्ती और प्रशिक्षण की आवश्यकता के चलते केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय की संकल्पना की गई थी। इस केंद्र को अलवरए राजस्थान में स्थापित करने की स्वीकृति गृह मंत्रालय ने 2012 में दी थी। शुरुआत में प्रशिक्षण के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना उपलब्ध न होने के कारण संस्थान का परिचालन रामगढ़ पंचकुला, हरियाणा से प्रारंभ किया गया था।
वहीं 2013 में वर्तमान स्थल बेरावास पर केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय का शिलान्यास किया गया था। राजस्थान सरकार ने इसके लिए 300 एकड़ भूमि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल को उपलब्ध करवाई थी। 16 दिसंबरए 2014 को पंचकुला से शिफ्ट होकर इस स्थल से इसका परिचालन शुरू किया गया था। आईटीबीपी में सीटीसी को स्थापित करने का उद्देश्य बल में सीधी और विभागीय भर्ती से नियुक्त अधीनस्थ अधिकारियों के आधार और सेवा के दौरान अन्य प्रमोशन एवं अन्य कोर्स संचालित कर उन्हें प्रशिक्षित करना है। वर्ष 2015 से अभी तक विभिन्न संवर्गों में लगभग 15,000 पदाधिकारियों को इस केंद्र ने प्रशिक्षित किया है ।
इस संस्थान में प्रतिवर्ष औसतन 1900 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है संस्थान द्वारा प्रशिक्षण काल में शारीरिक प्रशिक्षण के अलावा प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न प्रकार के व्यवसायिक विषयों का प्रशिक्षण दिया जाता है। बल की आवश्यकताओं के मद्देनजर यह विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र अत्याधुनिक तौर तरीकों  के माध्यम से   प्रशिक्षणार्थियों में उत्कृष्ट कार्यकुशलता, आत्मविश्वासए सहनशीलता आदि के गुणों का सृजन करता है।