जयपुर कलेक्टर की अभिनव पहल: 211 रास्ते 30 दिन में अतिक्रमण मुक्त
जयपुर टाइम्स।
जयपुर। जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी की पहल पर शुरू किए गए 'रास्ता खोलो अभियान' ने ग्रामीणों के लिए राहत और खुशियां लेकर आई है। अभियान के तहत 30 दिनों में 211 वर्षों से बंद पड़े रास्तों को अतिक्रमण मुक्त किया गया, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा मिल रही है।
अभियान की बड़ी सफलता
जिला प्रशासन ने समझाइश और सहमति से गांवों, खेतों और ढाणियों को जोड़ने वाले इन रास्तों को खोला। अतिरिक्त जिला कलेक्टर और अभियान की नोडल अधिकारी सुमन पंवार ने बताया कि जोबनेर में 17, चौमूं में 16 और आमेर, आंधी, शाहपुरा, किशनगढ़-रेनवाल व फुलेरा तहसीलों में 15-15 रास्ते अतिक्रमण मुक्त किए गए। सांगानेर और माधोराजपुरा में 14-14, चाकसू में 11, जमवारामगढ़ में 10, जबकि बस्सी, रामपुरा-डाबड़ी, जालसू और कोटखावदा में 9-9 रास्ते खोले गए।
ग्रामीणों के चेहरों पर लौटी खुशी
ग्रामीण वर्षों से बंद रास्तों को खुलता देखकर जिला कलेक्टर को अपना मसीहा मान रहे हैं। यह पहल न केवल आवागमन को सुगम बना रही है, बल्कि न्यायालय में चल रहे विवादों और कानून व्यवस्था की समस्याओं का स्थायी समाधान भी प्रदान कर रही है।
आगे की योजना
डॉ. सोनी ने खुलवाए गए रास्तों पर जल्द ग्रेवल और सीसी रोड बनाने के निर्देश दिए हैं, जिस पर कार्यवाही शुरू हो चुकी है। न्यायालय में लंबित प्रकरणों के लिए संबंधित पक्षों को न्यायालय से निर्णय लेने की सलाह दी गई है।
अतिक्रमण से बड़ी समस्या का हल
ग्रामीण क्षेत्रों में अतिक्रमण के कारण बंद रास्ते एक गंभीर समस्या बन चुके थे। 'रास्ता खोलो अभियान' ने इन समस्याओं का समाधान करते हुए आमजन को बड़ी राहत दी है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहल प्रशासन और जनता के बीच संवाद और सहयोग का आदर्श उदाहरण है।