फसल बीमा में अनियमितता: सवा लाख किसानों में से केवल 35 हजार को क्लेम
झुंझुनूं। रबी फसल 2023-24 के खराबे पर फसल बीमा के तहत जिले के किसानों को राहत देने का दावा किया गया, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। सवा लाख से अधिक किसानों में से केवल 35,213 किसानों को ही बीमा क्लेम जारी हुआ है। कुल 61 करोड़ रुपये के क्लेम में से अब तक 54.54 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा किए गए हैं, जबकि 6.46 करोड़ रुपये का भुगतान अभी भी बकाया है।
फसल बीमा की स्थिति:
- कुल बीमित किसान:1.18 लाख
- क्लेम पाने वाले किसान: 35,213
- बीमा कंपनी को प्रीमियम 76.51 करोड़ रुपये
- किसानों का प्रीमियम योगदान:17.76 करोड़ रुपये
- जारी क्लेम राशि:61 करोड़ रुपये
- अब तक भुगतान: 54.54 करोड़ रुपये
क्लेम में असमानता:
बीमा कंपनी ने 1.38 लाख हेक्टेयर रबी फसल का बीमा किया, लेकिन यदि फसल का 100% नुकसान होता तो किसानों को 1134 करोड़ रुपये का क्लेम मिलता। इसके विपरीत, 61 करोड़ रुपये की राशि में से केवल 35 हजार किसानों को राहत दी गई।
कृषि विभाग का आश्वासन:
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक पीसी बुनकर ने बताया कि बकाया राशि जल्द किसानों के खातों में जमा होगी। लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि सवा लाख किसानों में से केवल एक तिहाई को ही क्लेम क्यों मिला।
किसानों में असंतोष:
फसल नुकसान के बावजूद अधिकांश किसानों को राहत न मिलना उनके लिए निराशाजनक है। किसान संघों ने मांग की है कि बीमा प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित कर बाकी किसानों को जल्द से जल्द राहत दी जाए।