झींगा उत्पादन को मौसमी उद्योग घोषित करें सरकार।
चूरू। जिला झींगा उत्पादक किसान संघ चूरू के अध्यक्ष रियाजत खान के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भेंट कर झींगा उत्पादन को मौसमी उद्योग घोषित करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान रियाजत खान, राधेश्याम चोटिया, उमाशंकर शर्मा व शंकर लाल सैनी आदि ने बताया कि चूरू जिले के किसान बंजर भूमि में नवाचार कर न केवल खारे पानी से झींगा उत्पादन कर रहे हैं बल्कि विदेशी मुद्रा का भंडार भर रहे हैं।
खान ने बताया कि झींगा उत्पादन को कृषि गतिविधि मानने की बजाय एनडीएस के अधीन महंगी दरों पर बिजली दी जा रही है। बिजली कनेक्शन पर होने वाला समस्त खर्चा भी किसानों से ही वसूल किया जा रहा है। जबकि पांच महीनों में जब काम नहीं होता है तो भी करीब 25 हजार न्यूनतम बिल वसूल किया जाता है। इसलिए इसे सीजनल व्यवसाय घोषित किए जाए तो किसानों को राहत मिल सकती है। कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधि मण्डल ने जिले में मत्स्य विकास अधिकारी कार्यालय खोले जाने और पानी की जांच के लिए एक्वाकल्चर लैब की घोषणा पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया। खान ने कहा कि झींगा उत्पादन गतिविधि को सरकार की ओर से संबल दे यह भी अपेक्षा है। किसानों को सरकारी संबल मिले तो यह जिले में किसानों की तकदीर बदल सकता है।