पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हैं सुरक्षित - केवलानी

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हैं सुरक्षित - केवलानी

 खैरथल। पाकिस्तान में हालात इस समय सामान्य है। किसी भी प्रकार की कोई समस्या आम आदमी व अल्पसंख्यक वर्ग को नहीं है। यह कहना है पाकिस्तान के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष चेलाराम केवलानी का जो अपनी 8 दिवसीय यात्रा पर खैरथल कस्बे में स्वामी ध्यानगिरी महाराज आश्रम में आयोजित मेले में आए।
इस दौरान आयोजित पत्रकार वार्ता में केवलानी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार की ओर से भारतीयों के लिए करतार पुर तीर्थ के द्वार बिना किसी बंदिशों के हमेशा खुले हुए हैं। जहां पर आने वाले भारतीयों के स्वागत के लिए पाकिस्तान तत्पर हैं तथा किसी भी प्रकार की कोई बंदिशें नहीं लगाई हुई है। भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान से आने वाले लोगों पर एक प्रकार से कहा जाए तो यात्रा पर रोक लगाए हुए हैं। स्वामी ध्यानगिरी महाराज के मेले में आगमन के लिए धार्मिक यात्रा में 300 यात्रियों के आने की अनुमति के लिए आवेदन किया गया था। जिसके तहत मात्र 32 लोगों को भारत सरकार की ओर से अनुमति दी गई। जिसमें भी सरकार ने पूर्ण बंदिशें लगाकर सभी 32 यात्रियों को खैरथल कस्बे तक की अनुमति दी। खैरथल के बाहर की अनुमति नहीं है। अध्यक्ष केवलानी ने बताया कि जिस जगह की वीजा दी जाती है उसके आसपास के क्षेत्रों में भी भ्रमण के लिए सख्त बंदिशें भारत सरकार द्वारा लगाई गई है।
जैसे अगर कोई यात्री हरिद्वार की यात्रा के लिए आया हुआ है तो उसे निकटवर्ती 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित ऋषिकेश भी दर्शन के लिए नहीं जाने दिया जाता है। जिससे यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का मन व्यथित रहता है। जबकि पाकिस्तान सरकार की ओर से भारतीयों के पाकिस्तान आगमन पर किसी भी प्रकार की कोई बंदिशें नहीं है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान का करतारपुर एक मिशाल है। जिसमें प्रतिदिन 5000 लोगों के खाने - पीने रहने के पूर्णतः इंतजाम हर समय रहते हैं। इस दौरान पत्रकार वार्ता में हिंगलाज माता मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पेशुमल आरलानी भी मौजूद रहे। उन्होंने मीडिया के माध्यम से भारत सरकार से धार्मिक यात्रा पर आने वाले हिन्दुओं को वीजा नियमों में राहत देने की अपील की। जिससे भारत आने वाले पाक यात्रियों को अपने व पूर्वजों के तीर्थ स्थानों पर दर्शन कर सके। उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिन पर दोनों सरकारों को मानवीय आधार पर फैसला लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि हमारे पूर्वजों की अस्थियां कई सालों से पाक मंदिरों में रखी हुई हैं। हमारे हिन्दू हरिद्वार में अस्थियों को विसर्जित करने के लिए लालायित हैं लेकिन सरकार ग्रीन सिग्नल नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि विश्व व्यापी महंगाई का असर भारत में भी है और पाक में भी है। उन्होंने कहा कि हमारी भारत यात्रा बहुत अच्छी रही लेकिन दुख इस बात का रहा कि हमारे लोगों को वीजा नहीं मिल पाया।