मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना: इंटर्नशिप को प्रभावी बनाने के निर्देश  आशार्थियों के प्रशिक्षण और कार्यान्वयन पर जोर  

मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना: इंटर्नशिप को प्रभावी बनाने के निर्देश  आशार्थियों के प्रशिक्षण और कार्यान्वयन पर जोर  

जयपुर टाइम्स 
चूरू। मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना-2021 के तहत इंटर्नशिप के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तरीय बैठक का आयोजन सोमवार को जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा की अध्यक्षता में हुआ। बैठक में योजना से जुड़े आशार्थियों को प्रशिक्षित करने और कार्यालय कार्यों में उनका उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।  

इंटर्नशिप प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने पर जोर 
जिला कलेक्टर ने कहा कि आशार्थियों को विभागीय आवंटन की सूचना एसएमएस और एसएसओ आईडी के माध्यम से दी जाए। इंटर्नशिप जॉइन करने से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि आशार्थी न तो किसी नियमित अध्ययन कार्यक्रम में हैं और न ही किसी अन्य संस्थान में कार्यरत हैं।  

कार्य अवधि और जिम्मेदारियां  
आशार्थियों से दिन में 4 घंटे या सप्ताह में 20 घंटे कार्य करवाने का प्रावधान किया गया है। उनके कार्यों में शिक्षण, रजिस्टर संधारण, कंप्यूटर कार्य, फाइल प्रबंधन और सर्वेक्षण शामिल हो सकते हैं।  

उपस्थिति और प्रमाण पत्र की प्रक्रिया
प्रत्येक माह की 5 तारीख तक कार्यालयाध्यक्ष द्वारा उपस्थिति प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा, जिसमें हस्ताक्षर, मोहर, अधिकारी का नाम और मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित होना चाहिए। उपस्थिति रजिस्टर का नियमित रूप से संधारण किया जाए और अनुपस्थित आशार्थियों को लाल स्याही से चिन्हित किया जाए।  

बेरोजगारी भत्ते की निगरानी  
एक माह से अधिक अनुपस्थित रहने वाले आशार्थियों की जानकारी रोजगार कार्यालय को दी जाएगी ताकि उनका भत्ता बंद कर लम्बित आशार्थियों को इसका लाभ दिया जा सके।  

वित्तीय वर्ष 2024-25 की प्रगति 
सहायक निदेशक (रोजगार) वर्षा जानू ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में 9,000 बेरोजगार आशार्थियों को योजना का लाभ दिया जा चुका है। वर्तमान में 6,774 आशार्थी विभिन्न कार्यालयों में इंटर्नशिप कर रहे हैं। दो रोजगार सहायता शिविरों में 1,448 आशार्थियों का चयन भी किया गया है।  

इस पहल का उद्देश्य युवा शक्ति को सशक्त बनाना और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना है।