बाड़मेर शहर की जलभराव समस्या का स्थायी समाधान होगा - खर्रा
जयपुर टाइम्स
जयपुर, 1 अगस्त - बाड़मेर शहर में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान करने का निर्णय लिया गया है। स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने गुरुवार को विधानसभा में इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्थायी जल निकासी व्यवस्था की स्थापना होने तक अस्थायी मड पंप से जलभराव की समस्या का निस्तारण किया जाएगा। बहाव क्षेत्र में स्थायी या अस्थायी रुकावटों की जांच कर अवैध निर्माण जल्द हटाए जाएंगे।
खर्रा ने यह घोषणा शून्यकाल के दौरान बाड़मेर विधायक प्रियंका चौधरी द्वारा ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से उठाए गए सवाल के जवाब में की। उन्होंने कहा कि बाड़मेर शहर की विशेष भौगोलिक स्थिति के कारण वहां बारिश के दौरान जलभराव हो जाता है। वर्तमान में, गांधीनगर, शास्त्री नगर और अन्य कॉलोनियों का पानी कुर्ला तक जाता है। इस बरसाती पानी की निकासी के लिए सिणधरी से कुर्ला तक नाला निर्माण किया गया है, जिससे पानी की निकासी 3 से 5 घंटे में हो जाती है।
भविष्य की योजनाएं:
खर्रा ने बताया कि बाड़मेर शहर की सीमा का विस्तार हो चुका है। नगर परिषद को निर्देशित किया जाएगा कि जल निकासी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जल्द ही डीपीआर तैयार कर विभाग को भेजे। डीपीआर की स्वीकृति के बाद इस कार्य को प्राथमिकता से किया जाएगा, जिससे जलभराव समस्या का स्थायी समाधान हो सके।
वित्तीय योजना:
मंत्री ने बताया कि बाड़मेर नगर परिषद की महाराणा प्रताप नगर योजना में कुल 26 प्लॉटों की नीलामी की जाएगी, जिससे 4 से 5 करोड़ रुपए प्राप्त होने की संभावना है। इस राशि और राज्य सरकार से प्राप्त धन का उपयोग पानी निकासी के कार्यों में किया जाएगा।
इस घोषणा से बाड़मेर शहर के निवासियों को जलभराव समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।